आरा शहर की समस्याओं पर भाकपा–माले का हल्ला बोल
नगर आयुक्त को सौंपा मांग पत्र, एक सप्ताह में सुधार नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेगी माले
आरा, 19 सितंबर । भाकपा–माले का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार देर शाम आरा नगर आयुक्त से मिला और शहर की जर्जर सड़कों के निर्माण, कूड़े के ढेर से मुक्ति व जल जमाव के स्थाई समाधान जैसे ज्वलंत मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही की मांग की।

प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम में हो रही कथित लूट पर नाराज़गी जताई और जनता की ओर से विस्तृत मांग पत्र आयुक्त को सौंपा।
माले की चेतावनी
माले नेताओं ने कहा कि आरा नगर निगम के ₹1000 करोड़ सालाना और ₹5000 करोड़ के कुल बजट में जनता के लिए योजनाओं के नाम पर लूट चल रही है, जबकि शहर की हालत नारकीय बनी हुई है। अगर एक सप्ताह के भीतर सुधार नहीं हुआ तो माले आर-पार की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरेगी।
प्रमुख मुद्दे जो उठाए गए
- आरा नगर निगम क्षेत्र की जर्जर सड़कों का निर्माण
- जल जमाव से स्थाई मुक्ति और ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण
- शहर को कचरा मुक्त करने और नियमित सफाई की व्यवस्था
- बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स को चालू करने की मांग
- जर्जर हो चुके सार्वजनिक शौचालयों का पुनर्निर्माण व रखरखाव
- सभी घरों तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति और नल-जल योजना की लूट पर कार्रवाई
- फुटपाथ दुकानदारों को पहचान पत्र और भेड़िंग जोन का निर्माण
- टेम्पू चालकों के लिए स्टैंड और अवैध वसूली पर रोक
- तालाबों का सौंदर्याकरण और श्मशान घाट पर विद्युत शव गृह की सुविधा
के लिए मांग पत्र सौंपा गया।
प्रतिनिधिमंडल ने एक विस्तृत मांग पत्र नगर आयुक्त को सौंपते हुए कहा कि नगर निगम की लापरवाही आरा शहर को “नरक” में बदल चुकी है।
इस मौके पर भाकपा–माले के केंद्रीय कमिटी सदस्य अभ्युदय, नगर सचिव सुधीर सिंह, कयामुद्दीन अंसारी, अमित कुमार बंटी, दीना नाथ सिंह, वार्ड पार्षद मो. राजन और लल्लू कुमार, मिल्टन कुशवाहा,

आइसा के विकास कुमार, रौशन कुशवाहा, जयशंकर प्रसाद, साहिल अरोड़ा, विवेक कुमार, इंकलाबी नौजवान सभा के निरंजन केसरी, विशाल कुमार, अखिलेश गुप्ता, राजू राम सहित कई लोग शामिल थे।
आरा से ओ पी पाण्डेय की रिपोर्ट
