पटना नाउ की खबर पर मुहर, आ गया शिक्षक बहाली का विज्ञापन

पटना।। बिहार में शिक्षकों के आंदोलन और नई अध्यापक नियमावली के विरोध के बीच बिहार लोक सेवा आयोग ने आखिरकार विद्यालय अध्यापक बहाली का विज्ञापन जारी कर दिया है. मंगलवार को ही आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बात के संकेत दिए थे कि तमाम मुद्दों पर शिक्षा विभाग के साथ उनकी बातचीत सार्थक रही है और जल्द ही विज्ञापन जारी होगा. और प्रेस कॉन्फ्रेंस के महज कुछ घंटे बाद ही बिहार लोक सेवा आयोग ने अपनी वेबसाइट पर विद्यालय अध्यापक बहाली का विज्ञापन जारी कर दिया है. अभ्यर्थियों को 15 जून से बहाली का मौका मिलेगा जबकि आवेदन की आखिरी तारीख 12 जुलाई होगी. पटना नाउ ने आपको पहले ही यह जानकारी दी थी कि इसी महीने शिक्षक बहाली का विज्ञापन जारी होगा और आखिरकार आज विज्ञापन जारी होने के साथ पटना नाउ की खबर पर मुहर लग गई है. विज्ञापन संख्या 26/2023 के मुताबिक कुल 170461 पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ है जिसके तहत 15 जून से 12 जुलाई के बीच ऑनलाइन आवेदन अभ्यर्थियों को करना होगा. एक अभ्यर्थी अगर बीटेट/सीटीईटी और एसटेट पास है यानी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक तीनों में क्वालीफाई है तो वह तीनों परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है लेकिन उसे अपनी प्राथमिकता पहले ही बतानी पड़ेगी कि वह किसी एक पद के लिए ही चयनित होगा. सामान्य और अन्य अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क ₹750 होगा जबकि सभी कोटि की महिलाओं, दिव्यांग और एससी-एसटी के लिए आवेदन शुल्क ₹200 होगा. एक आवेदक तीन बार

Read more

शिक्षक बहाली अपडेट: अपीयरिंग कैंडिडेट्स को भी मिलेगा मौका

पटना।। बिहार लोक सेवा आयोग ने नयी विद्यालय अध्यापक नियमावली के तहत होने वाली पहली बहाली को लेकर बड़ी खुशखबरी उन अभ्यर्थियों को दी है जो इस वर्ष बीएड/डीएलएड परीक्षा देने के बाद रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं या जुलाई में सीटेट परीक्षा में शामिल होने वाले हैं. पटना में बीपीएससी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीपीएससी चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा कि शिक्षा विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग के साथ सोमवार को हुई बैठक काफी सार्थक हुई. सभी बिन्दुओं पर चर्चा हुई. आयोग और विभाग में मतांतर नहीं है. अतुल प्रसाद ने कहा सभी मुद्दों पर चर्चा हो गई है कुछ मुद्दे जो थे उनको निर्णय विभाग को ही करना था. आयोग ने अपने विज्ञापन का प्रारूप तैयार कर लिया है आज से कल तक में प्रेस नोट भेज दिया जाएगा. अतुल प्रसाद ने बताया कि शिक्षक बहाली में CTET 2023 अपीयरिंग कैंडिडेट्स भी अप्लाई कर सकेंगे. आवेदकों की एक और मांग थी कि जो अपीयरिंग कैंडिडेट्स हैं उन्हें भी मौका मिलना चाहिए. इसलिए उनके लिए 31 अगस्त 2023 तक मौका दिया जायेगा, इसमें डीएलएड और बीएड दोनों के ही अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा लेकिन आयोग द्वारा मांगे जाने पर अपियारिंग आवेदकों को अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को दिखाना होगा. अतुल प्रसाद ने कहा कि मेन पेपर 150 की जगह 120 अंक का होगा, जबकि भाषा 100 नंबर का होगा, कटऑफ डेट 31 अगस्त 2023 होगा. सिलेबस पर क्या बोले अतुल प्रसाद Bpsc चेयरमैन ने बताया कि प्राइमरी टीचर के सिलेबस वही है, जो वो पढ़ाते हैं हालांकि

Read more

जानिए, कब आएगा विद्यालय अध्यापक भर्ती का विज्ञापन

पटना।। शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग के बीच आज लंबी बैठक चली है. इस बैठक में तमाम महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई है. बिहार लोक सेवा आयोग ने विद्यालय अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी करने से पहले तमाम बिंदुओं पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के साथ चर्चा की है. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक लगभग सभी बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है और अगले 2 से 3 दिन में बिहार लोक सेवा आयोग विद्यालय अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी कर सकता है. इस बात की भी उम्मीद जताई जा रही है कि इसी महीने बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से विद्यालय अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी हो सकता है. हालांकि विज्ञापन जारी होने से पहले एक और मीटिंग बीपीएससी, शिक्षा विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग के बीच होने की संभावना है. अभ्यर्थियों को एक महीने का समय आवेदन के लिए मिलेगा जबकि अगस्त महीने में लिखित परीक्षा संभावित है. इधर शिक्षा विभाग ने विज्ञापन जारी करने से पहले कई बिंदुओं पर अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. 29 मई को शिक्षा विभाग ने दो अधिसूचना जारी की है जिसके जरिए आवेदन के लिए 10 साल की छूट और कंप्यूटर शिक्षक के लिए जरूरी अहर्ता के बारे में स्पष्टीकरण दिया गया है. इससे भी यह साफ है कि बहुत जल्द बहाली का विज्ञापन जारी होने वाला है. शिक्षा विभाग ने कंप्यूटर शिक्षक की बहाली को लेकर पूर्व की अधिसूचना में कुछ संशोधन करते हुए कहा है कि शिक्षा विभाग की अधिसूचना के मुताबिक कम्प्यूटर विज्ञान

Read more

बीपीएससी भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए पुराने शिक्षकों के लिए नहीं होगी कोई उम्र सीमा

बिहार में शिक्षकों की बहाली नई नियमावली के तहत होने वाली है. इसे लेकर एक तरफ शिक्षक अभ्यर्थी बेचैन हैं और हर दिन बहाली का विज्ञापन जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. दूसरी तरफ शिक्षा विभाग बहाली के पहले तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करने में लगा है. सूत्रों के मुताबिक 31 मई तक बीपीएससी किसी भी दिन विद्यालय अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी कर सकता है. बिहार लोक सेवा आयोग ने परीक्षा कैलेंडर के जरिए अगस्त महीने में विद्यालय अध्यापक भर्ती परीक्षा के संभावित तिथि भी जारी कर दी है. जानकारी के मुताबिक 19,20, 26 और 27 अगस्त को अध्यापक भर्ती परीक्षा की संभावित है जिसके तहत 170461 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पदों पर बहाली होगी. शिक्षा विभाग ने आज एक अधिसूचना जारी कर बहाली से पहले कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को स्पष्ट किया है अधिसूचना के मुताबिक पूर्व से कार्यरत नियोजित शिक्षक बिना आयु सीमा की बाध्यता के अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे. अन्य अभ्यर्थियों के लिए 1 अगस्त 2023 की तिथि को आधार मानते हुए उम्र सीमा तय की जाएगी. नई नियमावली के लागू होने से पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों को पहली भर्ती परीक्षा के लिए आयु सीमा में 10 वर्ष की छूट मिलेगी. जबकि एसटीइटी 2019 पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए 10 वर्ष छूट की गणना 1 अगस्त 2019 की तारीख से की जाएगी. pncb

Read more

पीएम द्वारा चुनी हुई नवाचारों में शामिल हुई जीविका दीदी की रसोई

बिहार के 38 जिलो में स्थापित 97 डीकेआर संचालित 40.15 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हर दिन लगभग 15000 भर्ती मरीजों, उनके परिचारकों, छात्रों, कर्मचारियों और आगंतुकों को स्वच्छता पूर्वक खाद्य प्रदान करते हैं- राहुल कुमार ,सीएईओ जीविका दीदी की रसोई (डीकेआर), एक अनूठी पहल है जो राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों, बैंक, आवासीय विद्यालय एवं अन्य सरकारी कार्यालयों में उच्च गुणवत्ता और स्वच्छ भोजन प्रदान करती है. इस पहल को सिविल सेवा दिवस 2023 के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा जारी चयनित नवाचारों में शामिल किया गया.  डीकेआर मॉडल एक अद्वितीय उपक्रम का प्रतिनिधित्व करता है जिसने बिहार में महिलाओं को सशक्त बनाते हुए सरकारी अस्पतालों में इनडोर रोगियों एवं SC/ST आवासीय विद्यालयों में छात्रों को स्वच्छ भोजन प्रदान करने के लिए वितरण तंत्र को उल्लेखनीय रूप से बदल दिया है. डीकेआर मॉडल मानकीकृत और एक समान रूप से खाना पकाने और बर्तन परोसने, खरीद और लेखा प्रक्रियाओं, प्रशिक्षित कर्मचारियों और डिजिटल भुगतान विकल्पों के साथ प्रबंधित कैंटीन की श्रृंखला स्थापित करने पर जोर देता है. कार्यक्रम ने न केवल एक मजबूत उद्यमशीलता मंच स्थापित किया है, बल्कि बिहार के गरीब क्षेत्रों की ग्रामीण महिलाओं को आवश्यक कौशल और ज्ञान के साथ खाद्य सेवा उद्यम को पेशेवर रूप से चलाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान किया है, जो मानकीकृत प्रणालियों और सेवाओं के साथ पूर्ण है. डीकेआर कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए, एक डिजिटल रूप से सक्षम भुगतान प्रणाली स्थापित की गई है, जो तेजी से सेवा वितरण सुनिश्चित करने और बिक्री प्राप्ति की निगरानी के लिए

Read more

शिक्षक भर्ती परीक्षा:

बिहार में सातवें चरण के शिक्षक बहाली नए तरीके से हो रही जा रही है. विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग को एक लाख 70 हजार से ज्यादा पदों पर शिक्षकों की बहाली अधियाचना सरकार ने भेजी है. इसे लेकर कई तरह की बातें और कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि आखिर परीक्षा किस तरह से होगी, क्या पैटर्न होगा, निगेटिव मार्किंग को लेकर भी सवाल उठ रहे थे. इन तमाम बातों को लेकर आज बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ऐसे सवालों के जवाब दिए. बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले 1 से 2 दिनों में बहाली का विज्ञापन जारी हो सकता है जिसके तहत 170000 से ज्यादा पदों पर बहाली होगी उन्होंने यह भी बताया कि किस वर्ग के लिए कितने शिक्षक के पद संभावित हैं. आप भी सुनिए क्या कहना है अतुल प्रसाद का👇 उन्होंने बताया कि 79943 प्राथमिक, 32916 माध्यमिक और 57602 उच्च माध्यमिक के पदों पर बहाली होगी. अतुल प्रसाद ने कहा कि शिक्षकों का कांसेप्ट हर मायने में क्लियर होना चाहिए क्योंकि उन्हें बच्चों को पढ़ाना है और इसलिए तुक्केबाजी पर रोक लगाने के लिए नेगेटिव मार्किंग रहेगा. उन्होंने कहा कि चार ऑप्शन वाले सवाल में एक तिहाई मार्क्स जबकि 5 ऑप्शन वाले सवाल में एक चौथाई मार्क्स नेगेटिव जवाब होने पर काटा जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि लगभग 3 महीने का समय तैयारी करने के लिए मिलेगा. यानी

Read more

इन विषयों में बहाली के लिए फिलहाल करना होगा इंतजार

PNC Exclusive बिहार लोक सेवा आयोग ने विद्यालय अध्यापक भर्ती परीक्षा का सिलेबस जारी कर दिया है और उम्मीद है कि अगले 1 या 2 हफ्ते के अंदर वैकेंसी जारी करते हुए आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है. हालांकि इसमें एक बड़ी खबर यह है कि भले ही कैबिनेट ने 178026 पदों के सृजन की स्वीकृति दी है लेकिन फिलहाल वैकेंसी लगभग डेढ़ लाख या इससे कुछ अधिक पदों के लिए ही आएगी. वजह भी जान लीजिए बिहार में पिछले 13 साल में तीन बार एसटीइटी परीक्षा का आयोजन हुआ है. पहली बार वर्ष 2011 में जिन विषयों के लिए एस टी ई टी परीक्षा का आयोजन हुआ था, उन विषयों पर आइए गौर करते हैं. और अब गौर करते हैं उन विषयों पर जिनके लिए वर्ष 2019 के विज्ञापन के जरिए एसटीइटी परीक्षा आयोजित हुई. और अब गौर करते हैं इस वर्ष आयोजित एसटीइटी परीक्षा के विषय पर- अब अगर इन तमाम विषयों के लिए आयोजित परीक्षा पर ध्यान दें तो इस वर्ष जिन विषयों के लिए रिक्तियां संभावित हैं उनमें मुख्य रूप से इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र और संगीत समेत कई भाषाओं में भी पिछले 10 वर्ष से एसटीईटी परीक्षा का आयोजन नहीं होने की वजह से रिक्तियां आने की संभावना नहीं है. क्योंकि बीएड करने के बाद बिना एसटीइटी परीक्षा पास किए आप माध्यमिक या उच्च माध्यमिक शिक्षक नहीं बन सकते. शिक्षक अभ्यर्थियों की परेशानी और नाराजगी इस बात को लेकर है कि एक तो सरकार बीपीएससी के जरिए परीक्षा का

Read more

फर्स्ट पेपर क्वालीफाई करने पर ही होगी सेकेंड पेपर की जांच

बिहार लोक सेवा आयोग ने विद्यालय अध्यापक भर्ती परीक्षा का सिलेबस जारी कर दिया है. परीक्षा की मुख्य बातों पर गौर करें तो निगेटिव मार्किंग के अलावा फर्स्ट पेपर क्वालीफाई करना अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा टास्क होगा. इसके साथ ही यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि इसी महीने बिहार लोक सेवा आयोग डेढ़ लाख से ज्यादा पदों के लिए बहाली प्रक्रिया शुरू कर सकता है. वरिष्ठ आईएएस और बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी को लेकर अभ्यर्थियों को गाइड कर रहे डॉ रणजीत कुमार सिंह ने अध्यापक भर्ती परीक्षा सिलेबस को लेकर बताया कि 👉 परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होगी👉 परीक्षा में सभी स्तर के अभ्यर्थियों के लिए दो पेपर की परीक्षा देना अनिवार्य है.👉 प्रथम पेपर 100 अंकों का होगा, जिसमें 25 अंक की अंग्रेजी और 75 अंक का हिंदी होगा.👉 प्रथम पेपर की परीक्षा प्राथमिक शिक्षक से लेकर माध्यमिक शिक्षक तक को देनी होगी.👉 प्रथम पेपर में पास होने के लिए 30% अंक लाने अनिवार्य है. द्वितीय पेपर 👉 प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों के लिए 150 अंकों की परीक्षा होगी, जहां सिर्फ सामान्य अध्ययन से प्रश्न पूछे जाएंगे.👉 माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों के लिए 150 अंकों की परीक्षा होगी, जहां 100 अंक के प्रश्न उनके संबंधित विषय से होंगे एवं 50 अंक के प्रश्न सामान्य अध्ययन से होगा.👉 उच्चतर माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों के लिए 150 अंकों की परीक्षा होगी, जहां 100 अंक के प्रश्न उनके संबंधित विषय से होंगे एवं 50 अंक के प्रश्न सामान्य अध्ययन से होगा. बिहार लोक सेवा आयोग के

Read more

इसी महीने आ सकता है शिक्षक बहाली का विज्ञापन

पटना।। एक तरफ बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक सरकार की नई विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 को लेकर खासे आक्रोशित हैं और आंदोलन कर रहे हैं. दूसरी तरफ 178026 पदों पर बहाली की प्रक्रिया को लेकर कार्रवाई तेजी से चल रही है. शिक्षा विभाग ने कैबिनेट से स्वीकृति के बाद सभी जिलों को पदों का आवंटन कर दिया है और जिलों में रोस्टर तैयार करने के लिए निर्देश दिया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक अगले हफ्ते ही आरक्षण रोस्टर क्लियर हो जाएगा जिसके बाद शिक्षा विभाग बीपीएससी को बहाली की प्रक्रिया के लिए अधियाचना भेजेगा. ये है यथास्थिति बिहार में बीपीएससी के जरिए शिक्षकों की बहाली को कक्षा 1 से 12 तक 178026 पद आरक्षण रोस्टर क्लियर कराने के लिए जिलों को भेज दिये गये हैं. अगले हफ्ते ही रोस्टर क्लियर होकर विभाग को मिल जाने की उम्मीद है. और इस माह के अंत तक बीपीएससी से वैकेंसी जारी हो जाने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि नियोजित शिक्षकों के भारी विरोध को देखते हुए बहाली की प्रक्रिया ससमय पूरी होने की उम्मीद कम ही है. लगातार शिक्षक संघर्ष मोर्चा और विभिन्न शिक्षक संघ नई विद्यालय अध्यापक नियमावली का विरोध कर रहे हैं और कोर्ट में जाने को भी तैयार बैठे हैं. कुल वैकेंसी और कक्षावार वैकेंसी की बात करें तो 178026 में से कक्षा 1 से 5 तक के सामान्य विषय के शिक्षकों के 67066 पद दिए गए हैं, जबकि उर्दू शिक्षक के 12729 पद हैं. इसके अलावा बांग्ला विषय के 148 पद हैं. कहां कितने पद कक्षा

Read more

तो ये है सातवें चरण में वैकेंसी कम होने की वजह

Exclusive पटना।। हाल ही में शिक्षा विभाग ने विभिन्न जिलों से मिली रिक्तियों की संख्या जब जारी की तो ना सिर्फ बिहार के लाखों शिक्षक बल्कि बहाली का इंतजार कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी भी भौचक रह गए. कई साल से इस बात की चर्चा जोर शोर से हो रही थी कि सातवें चरण में कम से कम सवा दो लाख पदों पर बहाली होगी. हाल में शिक्षा मंत्री ने भी इसे लेकर बयान दिया था लेकिन जब एक्चुअल वैकेंसी सामने आई तो यह घटकर 178967 रह गई. अब सवाल यह उठ रहा है कि जब सरकार ने सवा दो लाख से ज्यादा पदों पर बहाली की बात की थी तो यह संख्या घट कैसे गई. पटना नाउ ने इस बात की तहकीकात की तो जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक शिक्षा विभाग ने हजारों की संख्या में ऐसे पदों को सातवें चरण में शामिल नहीं किया है जो प्रमोशन के जरिए भरे जाने हैं. उदाहरण के तौर पर पिछले कई वर्षों से काम कर रहे प्राथमिक शिक्षकों का प्रमोशन मध्य विद्यालय शिक्षक के रूप में नहीं हुआ है. ऐसे में मध्य विद्यालय शिक्षकों की वैकेंसी कम हो गई. क्योंकि 50 फ़ीसदी पद प्रमोशन से भरे जाने हैं. इसके अलावा बिहार में SSA और GOB के अलग-अलग पदवर्ग होने की वजह से भी तकनीकी वजह से बड़ी संख्या में पद घोषित नहीं हो सके हैं. कितने पदों पर फिलहाल बहाली की है संभावना सरकार की योजना के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग से लिखित परीक्षा के आधार पर 1,78,967 स्कूली

Read more