आरा। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश राम का भोजपुर की ऐतिहासिक धरती पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सामाजिक न्याय के प्रखर प्रवक्ता और दलित-शोषितों की बुलंद आवाज माने जाने वाले राजेश राम का यह दौरा न सिर्फ राजनीतिक, बल्कि सामाजिक चेतना के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण रहा।
1857 के महानायक वीर कुंवर सिंह, सामाजिक समरसता के प्रतीक बाबू जगजीवन राम और लोकतंत्र को नई दिशा देने वाले बिंदेश्वरी दुबे एवं जगन्नाथ सहाय जैसे नेताओं की धरती ने एक बार फिर जनसंघर्ष के प्रतीक राजेश राम का स्वागत किया। यह इलाका सिर्फ राजनीति ही नहीं, साहित्य और संस्कृति का भी गढ़ रहा है।

राहुल सांकृत्यायन, नागार्जुन और रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जैसे साहित्य मनीषियों की कर्मभूमि और मां आरण्य देवी, महथिन माई, सतुआ बाबा, पृथ्वीनाथ महादेव जैसे आध्यात्मिक स्थलों से समृद्ध भोजपुर, अब बदलाव की नई राह देख रहा है।
राजेश राम के स्वागत कार्यक्रम में जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह की भूमिका अत्यंत अहम रही। आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में उन्होंने कुशल नेतृत्व दिखाया।
अजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “श्री राजेश राम का भोजपुर दौरा सामाजिक न्याय, समानता और राजनीतिक नवचेतना की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके नेतृत्व में कांग्रेस बिहार में नए आयाम गढ़ेगी।”
स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने श्रीराम को फूल मालाओं से लाद दिया और “राजेश राम ज़िंदाबाद” के नारों से क्षेत्र गूंज उठा। जिले भर से जुटे लोगों में परिवर्तन और उम्मीद की लहर देखने को मिली।
यह दौरा कांग्रेस संगठन को ज़मीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ सामाजिक न्याय की भावना को और धार देने वाला माना जा रहा है।


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