परीक्षा पे चर्चा 2023 :खुशी के प्रेजेंटेशन से खुश हए PM

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के समक्ष पहुँचा भोजपुर के चित्रकार कौशलेश कुमार द्वारा निर्देशित कलाकृति




नई दिल्ली, 29 जनवरी(ओ.पी. पांडेय). कला की किसी विधा में इतनी ताकत होती है कि वह किसी भी इंसान को न सिर्फ आम से खास बना देती है बल्कि किसी भी बड़े शख्सियत तक आपको पहुँचा सकती है. कला के एक ऐसे ही विधा ने काशी की खुशी को PM से मिलने का मौका दिया बल्कि PM नरेंद्र मोदी ने उसके कला को गौर से देखा उसकी बातें सुनी और फिर कहा कि इसे जारी रखो. काशी की बिटिया खुशी यादव कौशलेश कुमार से उक्त कला के गुर को सीख रही है और फिलहाल BHU स्थित केंद्रीय विद्यालय की 12वीं की छात्रा है. खुशी इसके पूर्व दृश्य कला हेतु इस सत्र में NCERT राष्ट्रीय कला उत्सव 2022-23 के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन, वाराणसी संभाग का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी है.

26 जनवरी को PM नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली पहुँचे और केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति एवं NCERT से आये कला उत्सव में देशभर से आए सैकड़ों विद्यार्थियों द्वारा तैयार कलात्मक कलाकृतियों एवं तकनीक पर आधारित मॉडल की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया.

प्रदर्शनी प्रदर्शित कलाकृतियों को 26 विद्यार्थी समझा रहे थे. जिसमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित केंद्रीय विद्यालय की 12वीं की छात्रा खुशी यादव भी थी. खुशी ने अपने पिता सह अपने विद्यालय के कला शिक्षक चित्रकार कौशलेश कुमार के निर्देशन में 20 विद्यार्थियों द्वारा जिन कलाकृतियों को तैयार किया था उनमें 16 छाता पेंटिंग एवं 6 मास्क पेंटिंग कलाकृतियों को PM के समक्ष प्रस्तुत किया. PM के निरीक्षण के दौरान खुशी ने उनको अपने कलाकृतियों के बारे में बताया. जिसे प्रधानमंत्री ने बहुत सराहा एवं इस नवाचार कार्य को जारी रखने की सलाह दी.

उक्त संदर्भ में छात्रों के लिए थीम “हमारी संस्कृति हमारा गौरव है” के तहत व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में काशी तमिल संगम सभ्यता संस्कृति को बखूबी छाता पर चित्रित किया गया था एवं कैनवास के बड़े मास्क पर “परीक्षा एक उत्सव – उमंग एवं उल्लास से मनाए” थीम को छात्रों द्वारा परीक्षा पे चर्चा 2023 के छठा संस्करण के लिए खुशी यादव सहित अन्य विद्यार्थियों ने अपने कला शिक्षक चित्रकार कौशलेश कुमार के निर्देशन में तैयार किया है.

बता दें कि संपूर्ण देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थियों द्वारा तैयार चुनिंदा कलाकृतियों को प्रदर्शनी के रूप में संयोजन की जिम्मेदारी भी आरा के चित्रकार कौशलेश कुमार व उनके अन्य साथियों को दिया गया था, जिसे कैशलेश ने जवाबदेही के साथ काम की बारीकियों का तड़का लगा असरदार बना सबके सामने परोसा. असर यह हुआ कि PM ने काफी समय तक इसे निहारा ही इसकी सराहना भी उन्होंने बहुत किया. कार्यक्रम में PM के साथ माननीय शिक्षा मंत्री,धर्मेंद्र प्रधान एवं केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री,अन्नपूर्णा देवी साथ दिखें.

कौन हैं कैशलेश :


कौशलेश कुमार मूल रुप से आरा के अनाइठ के रहने वाले हैं, जिनकी प्रारंभिक शिक्षा कैथोलिक हाई (मिशन स्कूल) एवं हित नारायण क्षत्रीय +2 विद्यालय में हुआ है. दृश्य कला की रुचि ने आगे की शिक्षा के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी एवं कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ अपना सानिध्य दिया जहाँ से डिग्री लेनेके बाद बतौर एक कला शिक्षक के तौर पर वे केंद्रीय विद्यालय, BHU में कार्यरत हैं.

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