कुँवर सिंह विश्वविद्यालय के भूमि के लिए एस्टेडियम गेट और महाजन टोली में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया




14 अप्रैल को कुलाधिपति और राज्यपाल
को सौंपी जाएगी मांग

आरा, 12 अप्रैल(ओ पी पाण्डेय). स्काडा की भूमि को VKSU को देने के लिए कुँवर सिंह विश्वविद्यालय भूमि प्राप्ति अभियान समिति द्वारा इन दिनों सशक्त हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. आंदोलन को लोकतांत्रिक तरीके से मजबूत कर विवि के लिए उक्त भूमि के लिए शाहाबाद की जनता तैयार है सरकार से उक्त भूमि की मांग के लिए. एक के बाद एक आंदोलन के रूप को लगातार समिति सिंचित कर रहा है जो आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन के रूप में देखने को मिलेगा. अभी लोकतंत्र का सबसे मजबूत हस्ताक्षर द्वारा अपनी सहमति का सिलसिला चल रहा है जो तीन दिनों से जारी है.

बता दें कि अभियान की शुरुआत में सोमवार को शाहाबाद के कोने-कोने से नागरिकों की जुटान हुई थी. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अस्तित्व की रक्षा के लिए छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ शाहाबाद के कोने कोने से जुटे नागरिकों ने विश्वविद्यालय परिसर में हस्ताक्षर अभियान के साथ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया. शाहाबाद व्यापी इस आंदोलन की सूत्रधार वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय भूमि प्राप्ति अभियान समिति है जो विश्वविद्यालय को खंड-खंड बांटने की बजाय स्काड़ा जापानी फार्म की भूमि देने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है. दूसरे दिन भी VKSU कैम्पस के अतिरिक्त शहर के महाजन टोली 1 और आसपास के इलाके में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.

हस्ताक्षर अभियान के तीसरे दिन बुधवार को पहले से तय स्थान स्टेडियम गेट के सामने काफी संख्या में लोगों ने इस संघर्ष के समर्थन में हस्ताक्षर किया. इसके आलावे महाजन टोली 1 में भी अभियान के समर्थन में लगभग 200 लोगों ने अपना हस्ताक्षर कर इस अभियान को समर्थन दिया. महाजन टोली में प्रभाव क्रियेटिव सोसायटी के सचिव कमलेश कुंदन ने हस्ताक्षर अभियान को संचालित किया.

अभियान के सह संयोजक युवा साथी अनिरुद्ध सिंह और अमरजीत कुमार ने वहाँ पहुँचे छात्रों और युवाओं से इस संघर्ष के विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला. समिति के संयोजक मण्डल के साथी समाजिक कार्यकर्ता एवं रंगकर्मी अशोक मानव ने सभी लोगों से कहा कि सरकार शाहबाद जनपद के लोगों पर घोर अन्याय कर रही है. आप सभी इस संघर्ष को तन मन से साथ दें ताकि इस संघर्ष की आवाज़ सरकार तक पँहुचे सके.

हस्ताक्षर अभियान के प्रभारी बिजय मेहता ने सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उपस्थित लोगों के उत्साह से लग रहा है कि सरकार को जल्द से जल्द मांग पूरी करनी हीं पड़ेगी. उपस्थित प्रमुख लोगों में तैराकी संघ के सचिव नर्वदेश्वर शुक्ला, सुधीर शर्मा, रविन्द्र कुमार, मनोज सिंह, लडू भोपाली, साहेब लाल यादव, मुकेश मुस्कान, श्याम शर्मिला, संरक्षक मण्डल सदस्य अशोक मानव थे.

सोमवार की सुबह विश्वविद्यालय खुलने के साथ ही अभियान के संरक्षक सीनेटरों डॉ विनोद कुमार सिंह, संतोष तिवारी, प्रो बलिराज ठाकुर, भोजपुरी सह हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो दिवाकर पाण्डेय, रंगकर्मी अशोक मानव की उपस्थिति में अभियान के सदस्य विजय मेहता के नेतृत्व में शुरु हुआ.

गर्मी चढ़ने के साथ ही हस्ताक्षर अभियान में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभाग के अध्यक्षों, शिक्षकों, छात्रों, कर्मचारियों के अलावा शाहाबाद के जिलों के कई अंगीभूत और सम्बद्ध कॉलेजों के सदस्य जुटने लगे. सभी ने उत्साहपूर्वक हस्ताक्षर अभियान में अपनी भागीदारी निभाई और एक सुर में विश्वविद्यालय को पुराने परिसर से सटे स्काड़ा कृषि विभाग की परती भूमि विश्वविद्यालय के नामे अविलम्ब कर देने की मांग की.

14 अप्रैल को कुलाधिपति और राज्यपाल
को सौंपी जाएगी मांग

संरक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अभियान समिति 14 अप्रैल को कुलाधिपति और राज्यपाल को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेगी और जमीन प्राप्ति तक संघर्ष करेगी. हस्ताक्षर अभियान के संयोजक विजय मेहता और मीडिया संयोजक रवि प्रकाश सूरज ने कहा कि अगले दो दिनों तक यह अभियान विश्वविद्यालय में चलाया जायेगा उसके बाद हर जिले में अलग अलग टीमों के माध्यम से तेज़ी लाई जाएगी.

VKSU के पदाधिकारियों ने भी किया हस्ताक्षर
विश्वविद्यालय के डीन सह रजिस्ट्रार प्रो रणविजय कुमार, समाजशास्त्र अध्यक्ष प्रो अवध बिहारी सिंह, दर्शनशास्त्र के प्रो किस्मत कुमार सिंह, अंग्रेजी विभाग के विजय राज कुमावत, हिंदी विभाग के निलाम्बुज सिंह, जैन कॉलेज रसायन विभाग की डॉ कुमुद कुमारी, माधुरी कुमारी, रश्मि सिन्हा, डॉ अजय कुमार सहित कई अन्य विभागों के छात्रों एवं शिक्षकों की भी भागीदारी रही.

कैमूर और रोहतास से भी आये लोग

हस्ताक्षर अभियान के लिए टीम में अभियान समिति के कैमूर जिला संयोजक सोहित सिन्हा, भोजपुर जिला संयोजक सूरज सिंह परमार, रोहतास के अमरजीत कुमार सिंह, बक्सर के राजेश कुमार और मुख्य अभियान संयोजक सिंह को शामिल किया गया है. आज के हस्ताक्षर अभियान में छात्राओं रिंकी सोनी, खुशी, अन्या कुमारी, मधु, खुशबू, मोनिका आदि ने बताया कि विश्वविद्यालय को खंड खंड बांटने से छात्राओं, महिला शिक्षकों और गरीब छात्रों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

अब देखना यह है कि लोकतंत्र में सबसे मजबूत जनता की आवाज उनके हस्ताक्षर के रूप में क्या सशक्त भूमिका निभाता है या फिर बड़ा आंदोलन ही VKSU के स्तीत्व को बचाएगा.

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