प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा – “संस्कार और संस्कृति के साथ देशप्रेम की भावना जरूरी”
स्वतंत्रता दिवस पर सम्भावना विद्यालय में आकर्षक कार्यक्रम, नृत्य नाटिका ने बांधा समां
आरा, 15 अगस्त। स्थानीय ‘शान्ति स्मृति’ सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय, शुभनारायण नगर, मझौवाँ और शारदा स्मृति सम्भावना पब्लिक स्कूल, मौलाबाग, आरा में 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दोनों शाखाओं में प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और उपस्थित छात्र-छात्राओं, अभिभावकों एवं शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत का परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रहा है, लेकिन समाज में नैतिक मूल्यों की कमी चिंताजनक है। बच्चों में संस्कार, संस्कृति और देशप्रेम की भावना का विकास आवश्यक है। अभिभावकों से उन्होंने आग्रह किया कि बेटियों के साथ-साथ बेटों पर भी समान ध्यान दें।
अतिथि के रूप में मौजूद महाराजा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य गांधी जी राय ने कहा कि संस्कार और संस्कृति के साथ आगे बढ़ते हुए विद्यार्थियों को देश और समाज के विकास में योगदान देना चाहिए। वहीं, विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने शहीदों को नमन करते हुए छात्रों से ऐसे जिम्मेदार नागरिक बनने का आह्वान किया, जो देश के विकास में उपयोगी साबित हों।
कार्यक्रम में विद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने आकर्षक परेड प्रस्तुत की। राष्ट्रगान, समूह देशभक्ति गीत, नृत्य, और हिन्दी, अंग्रेजी व संस्कृत में सारगर्भित भाषणों ने सभी का मन मोह लिया। मुख्य आकर्षण ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित नृत्य नाटिका रही, जिसने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। इसमें एकता पाठक, वर्षा, अमन पाल, नायरा, श्रुति पांडेय, साक्षी, कृति, अंजली, अंशिका, माही, शिवानी, सोनाक्षी, अनु, साना, जिया, काजल, रिद्धि, राज नंदिनी, प्रतिज्ञा सिंह, हर्षित, रिशिका सिंह, वृद्धि और रेशमा ने भाग लिया।
संगीत शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार और अमितेश रंजन, तथा नृत्य शिक्षक चिन्टू कुमार का कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।

मंच संचालन वरिष्ठ शिक्षक अरविन्द ओझा और छात्र आलोक अतुल्य ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मुख्य शाखा में उप-प्राचार्य ऋषिकेश ओझा और शिशु शाखा में प्रभारी दीपेश कुमार ने दिया। मंच परिकल्पना एवं रूप-सज्जा कला शिक्षक संजीव सिन्हा और विष्णु शंकर द्वारा की गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के साथ हुआ।

आरा से ओ पी पाण्डेय की रिपोर्ट
