सम्राट चौधरी की मौजूदगी में राजद नेता संजय सिंह हुए भाजपा में शामिल




चुनावी शह मात का खेल शुरू

चार दर्जन महागठबंधन नेताओं ने ली बीजेपी की सदस्यता

दरभंगा के अलीनगर में हुआ 5 किलोमीटर लंबा रोड शो

जातीय गोलबंदी पर है नजर

बुधवार 24 मई 2023 को जिस समय दरभंगा के सिंहवाड़ा में कद्दावर आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी अंबेडकर की महिमा का बखान करते दिखे.. ठीक उसी समय सालों तक उनके चुनावी चाणक्य की भूमिका निभाने वाले संजय सिंह उर्फ पप्पू सिंह अलीनगर में कमल के छांव में खुद के लिए राजनीतिक समृद्धि की अभिलाषा से सराबोर दिखे.

अलीनगर में आयोजित बीजेपी के एक मेगा पॉलिटिकल इवेंट में उन्होंने कमल का दामन थामा. उनके साथ करीब 4 दर्जन महागठबंधन नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली. आरजेडी से संजय सिंह को तोड़ने के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, हाल ही में बीजेपी में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जनक चमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकुमदेव यादव के अलावा दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर और कई बीजेपी सांसद एवं विधायक शरीक हुए. नरमा गांव में संजय सिंह के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष ने स्थानीय बुद्धिजीवी एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की.

अलीनगर में आयोजित सदस्यता सह अभिनंदन समारोह में भाग लेने पहुंचे सम्राट चौधरी का बिहार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ये पहला दरभंगा दौरा है. हेलीपैड पर ही फूल माला एवं पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया गया. इसके पश्चात नरमा से सभा स्थल तक पांच किलोमीटर लंबा रोड शो हुआ जिसमें सैकड़ों दो पहिया एवं चार पहिया वाहन चल रहे थे. कार्यक्रम स्थल के मंच पर कार्यक्रम के आयोजक संजय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने तमाम शीर्ष नेताओं का मिथिला परंपरा अनुसार स्वागत किया.

सदस्यता सह अभिनंदन समारोह को ऐतिहासिक, यादगार और सफल बनाने में संजय सिंह ने उसी कौशल का दर्शन कराया जो चुनाव प्रबंधन कौशल वे आरजेडी के शीर्ष नेताओं के लिए करते थे.असल में दरभंगा की सियासी फिजा ने दिलचस्प करवट ली है. जेडीयू के दो बड़े नेताओं की सार्वजनिक खटपट से आरजेडी उत्साहित हुई है. उसकी गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं. अंबेडकर पर परिचर्चा और कथित मनुवाद पर निशाना साधा जा रहा है. बुधवार को ही तीन प्रखंडों में ऐसे कार्यक्रम हुए. हर दिन हो रहे ऐसे कार्यक्रम को साल 2024 के लोकसभा आम चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. नजर एससी (दलित) वोट बैंक की गोलबंदी पर है.

आरजेडी मान रही है कि एम वाई समीकरण के अलावा आनंद मोहन को जेल से निकालने के सरकारी कदम के मार्फत वो नाराज राजपूतों को अपने पाले में सुनिश्चित करना चाहती. सारण क्षेत्र में राजपूतों पर हालिया हुए अत्याचार से क्षत्रिय समाज बिदक गया. तो आनंद मोहन वाली चाल चली गई.

बीजेपी संजय सिंह को अपने पाले में करने के जरिए संदेश दे रही कि राज्य के विभिन्न भागों में ऊर्जावान राजपूत नेताओं को पार्टी से जोड़ा जाएगा. अलीनगर के सभा मंच पर जनक चमार की उपस्थिति के माध्यम से संदेश दिया जा रहा था कि एससी समाज पीएम मोदी में भरोसा रखे हुए है. उन्हें आस है कि केंद्र की कल्याणकारी योजनाएं मजबूत एससी लाभार्थी समूह को बांधे रखेगी.अपेक्षा के अनुरूप सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार पर जम कर निशाना साधा. अलीनगर विधानसभा क्षेत्र के हाटगाछी में आयोजित सदस्यता अभियान की सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में बालू माफिया और शराब माफिया का राज चल रहा है. मुख्यमंत्री क्रेडिट लेते हैं कि उन्होंने बिहार में शराब बंदी की.. लेकिन बिहार की जनता को शराबी किसने बनाया?

उन्होंने याद दिलाया कि नीतीश कुमार जब बिहार के मुख्यमंत्री बने उस वक्त बिहार में 987 शराब की दुकानें थी. जब 2016 में उन्होंने शराबी बंदी का कानून लगाया तो उस समय 11 हजार से ज्यादा शराब की दुकानें थी. यानि बिहार की जनता को शराबी नीतीश कुमार ने बनाया! सम्राट चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि सूबे के मुखिया नीतीश कुमार की याददाश्त जाने लगी है.. वे अब बूढ़े हो गए हैं.. उन्हें अब रिटायर हो जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार बिहार में कानून व्यवस्था को सुधारने के बदले बिगाड़ने में लगे हुए हैं. जेलों में बंद अपराधी छोड़े जा रहे हैं. ये स्थिति राज्य के लिए चिंताजनक है.

संजय मिश्र,दरभंगा

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