मिथिला महोत्सव शुरू, ग्यारह विभूतियों को दिया गया मिथिला सेवा सम्मान




दो दिनों तक चलेगा मिथिला और मैथिली के विकास पर मंथन

संस्कृतिकर्मी, विद्वतजन, आंदोलनी और जनप्रतिनिधियों का रहेगा जुटान

मैथिली लोक संस्कृति मंच के तत्वावधान में दो दिवसीय मिथिला महोत्सव शनिवार को शुरू हो गया. इस अहम वार्षिक उत्सव का आयोजन लहेरियासराय के बलभद्रपुर स्थित मौनी बाबा मठ के राम जानकी मंदिर परिसर में हो रहा है. मिथिला के विकास और मैथिली आंदोलन के भविष्य की रूप रेखा पर विमर्श चल रहा है.

बैद्यनाथ चौधरी बैजू की अध्यक्षता में पहले दिन उद्घाटन सत्र में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति शशि नाथ झा, दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, जयशंकर झा, मौनी बाबा और कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष श्रीशंकर झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया. इस अवसर पर मिथिला के विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए 11 विभूतियों को मिथिला सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर मैथिली सेनानी स्व चुनचुन मिश्र प्रतिनिधि, नेपाल के जनकपुर के अयोध्या नाथ चौधरी, मुश्ताक अहमद कुलसचिव ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, उषा चौधरी, अनुपमा मिश्र, चंद्रनाथ मिश्र, पारस पंकज, राजकुमार झा, चंद्रशेखर झा, अजय जालान, मृदुल शुक्ला को मंच पर उपस्थित अतिथियों ने पाग, चादर, माला एवं सम्मान पत्र से सम्मानित किया. मैथिली लोक संस्कृति मंच के महासचिव उदय शंकर मिश्र ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के आरंभ में सोमेश्वर नाथ झा दधीचि ने वैदिक मंगलाचरण, ममता ठाकुर ने “जय जय भैरवि” गान एवं सुषमा झा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. आगत अतिथियों का स्वागत श्रीशंकर झा ने किया एवं संचालन अमलेन्दु शेखर पाठक ने किया.

संजय मिश्र,दरभंगा

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