पटना।। चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने भाजपा और जदयू नेताओं पर एक साथ बड़ा हमला बोला है. प्रशांत किशोर ने ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीके ने दस्तावेजों को दिखाते हुए दावा किया कि नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बना दिया है.

पीके ने कहा कि मंत्री अशोक चौधरी मुख्यमंत्री के दाहिने हाथ हैं. इनका इतना दस्तावेज है कि हम लोग समेट कर थक गए हैं. इनके एक पीए थे योगेंद्र दत्त, जिनके नाम पर बिक्रम में करीब एकड़ जमीन 34 लाख में खरीदी. दो साल के बाद दत्त साहब ने वो जमीन उनकी बेटी शांभवी चौधरी को 34 लाख में ट्रांसफर कर दी. लेकिन अशोक चौधरी ने उनके बैंक अकाउंट में सिर्फ 10 लाख रुपया भेजा. इनकी बेटी जब 20 फरवरी 2021 को चुनाव लड़ी तो इनकम टैक्स के नोटिस पर इन्होंने 27 अप्रैल 2025 को 25 लाख रुपया फिर से दत्त साहब को ट्रांसफर किया.

पीके ने कहा कि अशोक चौधरी ने पिछले दो साल में 200 करोड़ रुपए से ज़्यादा का संपत्ति अपने परिवार और परिवार से जुड़ा मानव वैभव विकास ट्रस्ट के नाम पर जमीन खरीदी है. इनकी बेटी के इंगेजमेंट के बाद यह ट्रस्ट जो किशोर कुणाल के परिवार से जुड़ा है, सैकड़ों करोड़ रुपए की जमीन कैसे खरीदी जा रही है. इसके ट्रस्टी किशोर कुणाल की पत्नी, बेटे हैं, उनके बैंक अकाउंट का ट्रांजैक्शन डिटेल भी हमारे पास है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि 12.5.2022 को पहली जमीन, उसी दिन दूसरी जमीन, फिर तीसरी जमीन, दो महीने के बाद चौथी जमीन, चार दिन बाद पांचवीं जमीन ख़रीदी गई. इन सभी जमीनों का मालिकाना हक अशोक चौधरी की पत्नी, दामाद सयान कुणाल और परिवार के लोगों के नाम पर है. अशोक चौधरी से संबंध बनने के बाद इस ट्रस्ट के द्वारा इतनी जमीन कैसे खरीदी गई. इस ट्रस्ट के एक ट्रस्टी मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की माताजी भी हैं.
मंगल पांडे, दिलीप और संजय जयसवाल पर भी आरोप लगाया
प्रशांत किशोर ने कहा कि कोविड में मंगल पांडेय ने दिलीप जायसवाल से पैसा लेकर दिल्ली में फ्लैट खरीदा. दिलीप जायसवाल ने कहा कि हमने जरूरत पड़ने पर पिताजी से 25 लाख रुपया कर्ज लिया. 1499000141819- इस अकाउंट में करीब सवा दो करोड़ रुपया जमा किया गया है, जिसका कोई प्रमाण नहीं है कि ये पैसा आया कहां से? वो नहीं बताएंगे तो हम बताएंगे कि यह दो करोड़ 12 लाख रुपया रुपया कहां से आया है.
संजय जायसवाल पर किया पलटवार
पश्चिम चंपारण सांसद संजय जायसवाल पर हमला बोलते हुए पीके ने कहा कि ये छुटभैया नेता हैं, ज़्यादा छटपटा रहे हैं. इनका पेट्रोल पंप है, जिसके पास फ्लाईओवर नहीं बनने दे रहे थे क्योंकि इनके पम्प की कमाई बंद हो जाती. इन्होंने सार्वजनिक तौर पर बोर्ड लगाया था कि फ्लाईओवर का निर्माण मेरे नहीं, राज्य सरकार की वजह से रुका है. साल 2015 में जदयू के जिलाध्यक्ष एनएन शाही ने इनको गलत बताया तो टाउन हॉल में सैकड़ों लोगों के सामने सार्वजनिक चर्चा हुई.
PK ने कहा कि आपके पिताजी सज्जन व्यक्ति थे, उनकी इज्जत है, आपकी इज्जत नहीं है. राजद छोड़कर भागे तो 5000 वोट आया था. बोले थे कि हमको जेल भिजवाएंगे, सात जन्म लगेगा तब भी मेरा हाथ नहीं पकड़ पाएंगे.
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