VKSU के अस्तित्व के लिए आंदोलन तेज, 7 ने किया समूहिक उपवास

स्काडा की जमीन के लिए अभियान समिति ने भरी हुंकार

वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय(VKSU) के अस्तित्व के लिए चाहिए स्काडा की भूमि




बलिदान दिवस और लोहिया जयंती के मौके पर सामूहिक उपवास

आरा,23 मार्च. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय
के अस्तित्व के लिए आंदोलन ने रफ्तार पकड़ ली है. लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप पहले कई बैठकों की दौर के बाद आज एक दिवसीय सामूहिक उपवास पर सात लोग सुबह 9 बजे से 5 बजे तक जे. पी. स्मारक के निकट बैठे. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अभियान समिति के बैनर तले जे पी स्मारक स्थल के पास भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस और लोहिया जयंती के मौके पर एक दिवसीय सामूहिक उपवास में शामिल लोगों में अभियान के सदस्य सीनेटर डा. विनोद कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अशोक मानव, विजय मेहता,डा जितेंद्र शुक्ल, छात्र अनिरुद्ध सिंह, सूरज सिंह परमार एवं अमरजीत कुमार सिंह बैठे थे. इस अभियान के द्वारा लगातार विश्वविद्यालय को स्काडा कृषि विभाग की भूमि आवंटित करने की मांग की जा रही है.

ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय के नूतन परिसर की 25 एकड़ भूमि मेडिकल कॉलेज के नाम आवंटित हो गई है और इसके बदले कोईलवर में भूमि दिए जाने का प्रस्ताव है जिसका विरोध हो रहा है. तीन खंडों में विश्वविद्यालय के बंट जाने से विश्वविद्यालय के संचालन और पठन-पाठन में व्यवहारिक कठिनाई की वजह इस विरोध का आधार है. उपवास कार्यक्रम आज सुबह महात्मा गांधी, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव तथा लोहिया के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ प्रो. दिवाकर पांडेय की अध्यक्षता में शुरू हुआ. धीरे-धीरे बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र, अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ताओं का जुटान उपवास स्थल पर होने लगा.

उपवास कार्यक्रम और भूमि प्राप्ति अभियान के समर्थन में शाहाबाद के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपना संबोधन दिया. विश्वविद्यालय सिनेटर और अभियान के सदस्य डा. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय को स्काडा की भूमि जनहित और छात्रहित में आवंटित नहीं होगी हम चैन से नहीं बैठेंगे. सिनेटर संतोष तिवारी, शिक्षाविद अमरेंद्र कुमार, छात्र नेता छोटू सिंह और चंदन तिवारी ने विश्वविद्यालय को खंड खंड में बांटने की योजना से उत्पन्न समस्याओं को गिनाकर इस योजना का पुरजोर विरोध किया.

अशोक मानव और अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हम मेडिकल कॉलेज के विरोध में नहीं लेकिन विश्वविद्यालय के अस्तित्व से खिलवाड़ भी हमें बर्दाश्त नहीं. छात्रा रिंकी सोनी ने स्वरचित कविता से छात्राओं को इस योजना से होनेवाली मुश्किलों को गिनाया तथा इसे छात्रविरोधी करार दिया.

उपवास कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में प्रो बलिराज ठाकुर, सूरज सिंह परमार, लालमोहर राय, आशुतोष कुमार पांडेय, आनंद कुशवाहा, सरफराज अहमद खां, प्रो दिनेश कुमार सिन्हा, प्रकाश बजरंगी, रामबाबू चौरसिया, रविंद्र नाथ राय, शशि कुशवाहा, धनंजय कटकैरा, राज्यवर्धन, राकेश सिंह, अधिवक्ता गुंजय जी,यादवेंद्र कुमार, आरती, रित्विक सोनी प्रमुख थे.

अभियान समिति के सदस्य रवि प्रकाश सूरज और सोहित सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि मानव श्रृंखला के बाद आज सामूहिक उपवास सफल रहा, जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर यह स्मरण कराया जायेगा कि पूर्व में स्काडा की भूमि आवंटन को लेकर शिक्षा सचिव ने जिलाधिकारी से पत्राचार किया था उस पर कार्रवाई नहीं हुई तो अभियान समिति पूरे शाहाबाद में वृहद स्तर पर जनांदोलन करके विश्वविद्यालय को बचाने के लिए प्रयासों को तेज करेगी.

PNCB

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