समय पर सही बीज, खाद और पौधा संरक्षण रसायन उपलब्ध कराएगी सरकार

By Amit Verma Oct 6, 2016

unnamed-5पटना के फुलवारीशरीफ स्थित बामेती परिसर में गुरुवार को 2 दिवसीय रबी महोत्सव की शुरुआत हुई. महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कृषि मंत्री राम विचार राय ने कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कृषि के विकास पर विशेष जोर है . राज्य सरकार इस दो दिवसीय कार्यशाला के जरिये कृषि के उत्पादन बढ़ाने के लिए रूप रेखा तैयार की जायेगी . उन्होने कार्यशाला में आये कृषि वैज्ञानिकों से कहा की विभिन्न जिलों से आये कृषि पदाधिकारियों से अपने सुझाव देने की बात कही . मंत्री ने कहा की फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने तथा सरकार की महत्वाकाक्षी योजनाओं का लाभ किसानो तक पहुंचाने के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है . उन्होंने कहा की राज्य में डीबीटी का कार्यान्वयन अनुदानित दर पर बिज वितरण , जैविक खेती को बढ़ावा देना , गेंहू की खेती , आवश्कता के अनुसार दलहन उत्पादन पर जोर दिया . उन्होंने कहा की रबी अच्छादन  वर्ष 2016 – 17 में 23 . 25 लाख हेक्टेयर एवं उत्पादन 7 . 05 लाख मीट्रिक टन रखा गया है . साथ ही गेंहू की उत्पादकता को बढाकर 3400 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर करने का लक्ष्य है . उन्होंने किसानो से प्रमाणित बीजो का उपयोग करने का आह्वान किया .

मंत्री ने कहा की  रबी अभियान एक बहुत महत्त्वपूर्ण अभियान है. इस बार अच्छी वर्षा के कारण खरीफ फसलों का उत्पादन आशा के अनुरूप होने की संभावना है. उन्होंने निदेश दिया कि रबी में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किसानों को समय पर सही बीज, सही खाद, सही पौधा संरक्षण रसायन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसानो की आय को दुगुना करने के लिए कृषि पर अपना विशेष दिशा निर्देश देते रहते हैं . उन्होंने कहा कि प्रमंडल, जिला, प्रखण्ड स्तर पर आयोजित होने वाले रबी महाभियान के लिए सभी पदाधिकारियों की जवाबदेही तय कर दी गई है . इस अभियान में अच्छे कार्य करने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित किया जायेगा तथा खराब प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारियों को दंडित भी किया जायेगा. उन्होंने सभी पदाधिकारियों को योजनाओं के लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि प्राप्त करने का निदेश दिया.




कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए  सुधीर कुमार, प्रधान सचिव, कृषि विभाग ने कहा कि फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता सबसे कम वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 में था. इसका मुख्य कारण जलवायु परिवर्त्तन विशेषकर सामान्य से कम वर्षापात होना है. इस वर्ष मौनसून लगभग सामान्य रहा है. इसलिए रबी मौसम में फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कर्मशाला बहुत ही कारगर साबित होगा . गेहूँ के उत्पादन में वृद्धि लाने हेतु गेहूँ की बोआई नवम्बर माह के अन्त तक करना है, धान वाले खेत में दिसम्बर में भी गेहूँ की बोआई की जा सकती है. जिरो टिलेज मशीन से गेहूँ की बोआई कर समय एवं पैसा दोनों का बचत करते हुए इसके उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है.प्रमाणित बीजों का उपयोग, संतुलित मात्रा में मिट्टी जाँच के आधार पर उर्वरक व्यवहार, समेकित खरपतवार एवं कीट-व्याधि नियंत्रण करने से रबी फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.

इस कार्यक्रम में सुधीर कुमार, प्रधान सचिव, कृषि विभाग इस अवसर पर  अरविन्दर सिंह, निदेशक, उद्यान, रवीन्द्र नाथ राय, विशेष सचिव,  धनंजयपति त्रिपाठी, निदेशक, पी०पी०एम०,  गुलाब यादव, निदेशक, भूमि संरक्षण, बैंकटेश नारायण सिंह, निदेशक, बिहार राज्य बीज प्रमाणन एजेन्सी,  गणेश राम, निदेशक, बामेती, कृषि विश्वविद्यालयों के कृषि वैज्ञानिक, मुख्यालय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारीगण सहित राज्य के प्रगतिशील किसान तथा कृषि उपादान के बिक्रेता/प्रतिष्ठान के प्रतिनिधि उपस्थित थे.कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमांशु कुमार राय, कृषि निदेशक द्वारा किया गया .

रिपोर्ट- फुलवारी से अजीत

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