पंकज एक शिक्षक ही नहीं बल्कि एक सामाजिक व्यक्तित्व भी थे

कोइलवर/भोजपुर (आमोद कुमार की रिपोर्ट) | कोईलवर प्रखंड के मध्य विद्यालय सकड्डी में 2003 से कार्यरत प्रखंड शिक्षक, पंकज कुमार, उम्र 37 वर्ष का आज अचानक निधन हो गया. मध्य विद्यालय सकड्डी में 16 वर्षों से शिक्षक के पद पर कार्यरत थे. पंकज एक शिक्षक नहीं बल्कि एक सामाजिक व्यक्तित्व के भी धनी थे. जब भी और जहां भी किसी से मिलते थे तो उनके चेहरे पर मुस्कुराहट ही दिखाई पड़ती थी. प्रखंड से लेकर जिला तक में उनकी छाप थी क्योंकि वे हर लोग के दुख-सुख में बढ़ चढक़र भागीदारी निभाने वाले शख्स थे. अचानक घर-परिवार के साथ शिक्षकों के बीच से उनका जाना असहनीय है. सुबह उनकी तबियत खराब होने के कारण परिवार के लोग उन्हें लेकर कोईलवर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे, जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पंकज के असामयिक निधन से उनके परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टूट कर गीर पड़ा जिससे पिता,माता, पत्नी, भाई,बहन और बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है. पिता शुभ नारायण सिंह और माता कमलावती देवी के छोटे पुत्र के निधन से पूरे गांव- परिवार में मातम और सन्नाटा पसर गया है.
ज्ञातव्य हो कि पंकज दो भाई थे जिनमें बड़े भाई मुन्ना सिंह, दो बड़ी बहनें बेबी और गुड्डी का भाई खोने का मलाल जिन्दगी भर रहेगा. पत्नी कविता देवी और तीन पुत्रियां अल्का 9 वर्ष, आयुषी 7 वर्ष और आकृति 5 वर्ष के सिर से आशियाना का छीन जाना मर्माहत करने वाला ही नहीं बल्कि अपूर्णीय है. पंकज के शोकाकुल परिवार को इस मर्माहत की घड़ी में सांत्वना देने और उनके अंतिम दर्शन हेतु शिक्षकों और अन्य लोगों का तांता लगा हुआ है. शिक्षकों,पदाधिकारियों, सहपाठियों और अन्य लोगों के प्रिय पंकज के असामयिक निधन पर प्रखंड संसाधन केन्द्र कोईलवर में एक शोकसभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और ईश्वर से कामना की गई कि उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को इस दुख को सहने की ईश्वर शक्ति दें. शोकसभा में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कोईलवर, हीरालाल सिंह, पूर्व बीआरपी, राजाराम सिंह, वर्तमान बीआरपी, मुश्ताक मुहम्मद, छेदी प्रसाद, प्रताप कुमार, लेखापाल, ओम प्रकाश, सकड्डी एचएम, सुधीर, जी, शिक्षक, रमेन्द्र जी, दीनेश्वर सिंह, प्रमोद, राजकिशोर, मुकेश, सहित सैकड़ों शिक्षक- शिक्षिका और अन्य लोग उपस्थित रहे.




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