इशिता किशोर यूपीएससी टॉपर,बक्सर की गरिमा लोहिया सेकेण्ड

By pnc May 23, 2023 #isita kisore




प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर महिलाओं का कब्ज़ा

टॉप 4 रैंक में लड़कियां

आईएएस पदों पर चयन के लिए 180 कैंडिडेट्स शॉर्टलिस्‍ट

यूपीएससी परीक्षा में महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी बेटियां

इस साल की यूपीएससी परीक्षा में इशिता किशोर यूपीएससी 2022 की टॉपर बनी हैं. भारत में सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सीएसई परीक्षा के परिणाम आज घोषित किए गए. सिविल सर्वेंट्स का चयन करने वाली इस परीक्षा में टॉप 4 पदों पर लड़कियों ने रैंक हासिल की है. इसमें इशिता किशोर के अलावा दूसरे नंबर पर गरिमा लोहिया, तीसरे पर उमा हरथी एन और चौथे पर स्मृति मिश्रा हैं.

बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विस एग्‍जाम का फाइनल रिजल्‍ट मंगलवार को घोषित कर दिया है. आईएएस परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार यूपीएससी  की आधिकारिक वेबसाइट पर फाइनल रिजल्‍ट चेक कर सकते हैं. परीक्षा के फाइनल रिजल्‍ट में कुल 933 कैंडिडेट्स नियुक्ति के लिए चयनित किए गए हैं. इनमें से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित, 99 इडब्ल्यूएस, 263 ओबीसी, 154 एस सी  तथा 72 एसटी  कैटेगरी से हैं. 178 कैंडिडेट्स की रिज़र्व लिस्‍ट भी तैयार की गई है. आईएएस पदों पर चयन के लिए 180 कैंडिडेट्स शॉर्टलिस्‍ट हुए हैं. संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा 2022 के जारी किए गए परिणाम के बाद बक्सर जिले का नाम एकाएक सुर्खियों में आ गया है.

बक्सर में रहकर यूपीएससी की तैयारी करने वाली गरिमा लोहिया ने पूरे देश मे दूसरा रैंक लाकर बक्सर जिले का नाम रौशन कर दिया है. अपने शहर की बेटी के संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में ऑल इंडिया सेकंड रैंक पाने की खुशी से पूरा बक्सर उत्साहित है.बक्सर जिले की रहने वाली गरिमा लोहिया तीन भाई बहनों में दूसरे नम्बर पर है.उनकी बड़ी बहन की शादी एक साल पहले ही हो चुकी है और एक छोटा भाई है.गरिमा के पिता का साल 2015 में ही निधन हो गया था. उसके बाद से उन्हें और उनकी बहन भाई को संभालने की जिम्मेदारी गरिमा की मां पर था.गरिमा के पिता एक व्यवसायी थे.

गरिमा लोहिया की दसवीं तक की शिक्षा बक्सर में हुई थी. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए बनारस और फिर दिल्ली चली गई थी. दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की है.इसी दौरान 2020 में वैश्विक महामारी  कोविड के प्रकोप के बीच गरिमा वापस अपने गृह जिला बक्सर लौट आई थी. इसके बाद उन्होंने घर से ही यूपीएससी की पढ़ाई शुरू की और बक्सर में रहकर देश की सर्वोच्च परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है.गरिमा लोहिया के इस अप्रत्याशित सफलता से पूरे जिले में खुशी की लहर है.स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उनकी सफलता पर उन्हें बधाई देने उनके घर पहुंच रहे हैं.

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