मेरी भी मनोस्थिति को आपको समझना चाहिए- नीतीश

By pnc Jan 16, 2017

पर्यटन विभाग के कार्यक्रम के विज्ञापन में मेरी तस्वीर कैसे प्रकाशित हुई ?

तस्वीर लगाने के संबंध में क्या कोई अनुमति प्राप्त की गयी है?




नौका दुर्घटना के हर पहलू की जांच  हो रही है

लोगों को ले जाने  और वापस लाने का क्या प्रबंध किया गया था इसकी भी जांच होगी.

यह पूर्व का गाइड लाइन है कि नाव को कब चलाना है

मानव श्रृंखला एक इतिहास बनेगा और सामाजिक बदलाव का प्रतीक भी साबित होगा

लोक संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जो नाव दुर्घटना हुई है उससे मुझे गहरा सदमा लगा है मैं दुखी हूँ. हमारी संवेदना प्रभावित परिवारों के साथ है . हमलोग उनके जीवन को वापस तो नहीं ला सकते, किन्तु उनके परिजनों को जो राहत मिल सकता है उसके तहत अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने कहा कि नौका दुर्घटना के हर पहलू की जॉच हो रही है. इसके लिये आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और वरीय भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी शालीन को जॉच का दायित्व दिया गया है. उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही लगातार वे राहत एवं बचाव कार्य का अनुश्रवण करते रहे. आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव, होम गार्ड के डी0जी0, डी0एम0 पटना को तुरंत पहुंचने का निर्देश दिया गया.भौगोलिक क्षेत्र में जो  दियारा है वह सारण जिले का पार्ट है .सारण के डी0एम0 और एस0पी0 भी स्थल पर पहुंचे और एन0डी0आर0एफ0 की भी टीम भेजी गयी. कुल मिलाकर 24 डेड शव निकाले गये. नाव भी बाहर निकला. अब हर पहलू की जांच करायी जा रही हैं

नीतीश कुमार ने कहा कि पर्यटन विभाग ने विज्ञापन निकालकर पतंग उत्सव आयोजित किया था. वहां बड़ी संख्या में लोग गए थे उनके पहुंचने और वापस लाने का क्या प्रबंधन किया गया था इसकी भी जांच होगी.कल मैंने अधिकारियों को बुला कर पूछा था. यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि काल चक्र पूजा के समापन पर परम पावन दलाईलामा राज्य सरकार और जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की प्रशंसा कर रहे थे। इसमें 92 देशों के 1.75 लाख लोग आये थे. किन्तु एक चुक ने इन सभी बातों को पृष्ठ भूमि में ढकेल दिया. मेरी भी मनोस्थिति की परिकल्पना को आप सभी को समझना चाहिये.उन्होने कहा कि एक एक पहलू का ध्यान रखना चाहिये. यह पूर्व का गाईड लाइन है कि नाव को कब चलाना हैं. उन्होंने  कहा कि लोगों के आने-जाने की व्यवस्था हेतु स्टीमर, बोट का क्या प्रबंध था, प्रशासनिक एवं पुलिस स्तर पर क्या उत्तर दायित्व दिया गया था. सूर्यास्त से सूर्योदय तक किसी नाव का परिचालन नहीं होने का जब एस0ओ पी0 निगर्त है तो ऐसी नौबत क्यों आयी? कितने बजे  तक का अयोजन था. पर्यटन विभाग के कार्यक्रम के अलावे डिजनीलैंड की बात आयी है. तो किसने अनुमति दी थी, सुरक्षा के क्या इंतजाम थे. एक-एक चीज की जाँच होगी दियारा में इस प्रकार का कोई कायर्क्रम अब नहीं करने का निर्देष दिया गया हैं. नाव रजिस्टर्ड था या नहीं जांच में सब देखना है.मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी घटना घटी है उससे हर आदमी दुखी है. ऐसी घटना नहीं हो  इस सम्बन्ध में ठोस माप दण्ड होगा.

उन्होंने  कहा कि अब ऐसी जगहों पर बिना मुख्य सचिव की अनुमति लिए  कोई भी विभाग इस प्रकार का आयोजन नहीं करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग के विज्ञापन में मेरी तस्वीर लगी है  मैने अपने कायार्लय से पूछा है कि तस्वीर लगाने के संबंध में क्या कोई अनुमति प्राप्त की गयी है?

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव श्रृंखला सामाजिक अभियान है और यह सरकार प्रायोजित है .उन्होंने कहा कि मैं 16  -20 तक निष्चय यात्रा पर रहूँगा.21 जनवरी को 12.15 बजे से अपराह्न एक बजे अपराह्न तक मानव श्रृंखला बनेगी. 11 हजार किमी  मीटर से  लम्बी मानव श्रृंखला होगी. मुख्य सचिव के स्तर से इसका अनुश्रवन किया जा रहा हैं. कई विभाग ,जिला प्रशासन और राज्य सरकार इसमें लगी हुई है.इस मानव श्रृंखला में बिहार की जनता शामिल होगी। इस मानव श्रृंखला में जो दल इसमें शामिल होंगे .उनकों राज्य सरकार की ओर से धन्यवाद. उन्होंने कहा कि यह जबरदस्त कार्यक्रम है और यह एक इतिहास बनेगा और सामाजिक बदलाव का प्रतीक भी साबित होगा.

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