शिक्षा सत्याग्रहियों को पुलिस ने किया जबरन गिरफ्तार

By Amit Verma Apr 13, 2017
शिक्षकों की गिरफ्तारी से भड़के MLC ने टाउन थाना का किया घेराव
साथियों को छुड़ाने के लिए शिक्षकों ने भी थाने का किया घेराव

समान कार्य के लिए समान वेतन एवं स्थाई नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे वित्त रहित शिक्षकों का बहिष्कार 29 वे दिन भी जारी रहा. लेकिन बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह द्वारा गिरफ्तारी के दिए गए आदेश के बाद जिस तरह पुलिस ने शिक्षकों को गिरफ्तार किया है उससे शिक्षकों में आक्रोश देखा गया. शिक्षकों के इस आक्रोश साथ देने शिक्षक निर्वाचन विधान परिषद संजीव श्याम सिंह भी पहुंचे उन्होंने  दो दर्जन से ज्यादा शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ टाउन थाना में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी. उनकी गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों का जनाक्रोश उमड़ पड़ा और उन्होंने टाउन थाना के गेट पर पहुंचकर थाना का घेराव कर दिया. अपनी गिरफ्तारी देने समय संजीव श्याम सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है.

इधर संघ के अध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय सचिव राम निवास राम कुमार सिंह अवध बिहारी शर्मा अमरेश कुमार मनोज कुमार दमोदर अमरेंद्र शर्मा मनमोहन राकेश सिंह राकेश शर्मा संगीता सिंह शैलजा सिंह, मधुलिका पांडे ने कहा कि अभी तक सरकार के द्वारा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए प्रयुक्त सभी तंत्र असफल रहे हैं. वित्त रहित शिक्षकों के प्रति मुख्य सचिव द्वारा किए गए  गिरफ्तारी की घोषणा के बाद शिक्षक और आक्रोशित हुए हैं. हालाकि मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी शिक्षकों का विरोध पुनर्मुल्यांकन को लेकर जारी रहा.बाहर रहकर ही अपना विरोध जारी रखा.आपको बता दें कि भोजपुर जिले में SB कॉलेज परीक्षा केंद्र एवं टाउन उच्च विद्यालय परीक्षा केंद्र पर उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का बहिष्कार पिछले 29 दिनों से वित्त रहित शिक्षक कर रहे है जबकि
जिला माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा भी कई मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया गया. उनका 13 वे दिन मॉडल इंस्टिट्यूट हर प्रसाद दास जैन स्कूल हित नारायण स्कूल में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार जारी  रहा.




वित्तरहित  और नियोजित शिक्षकों के सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान आरा प्रशासन ने जबरन गुरुवार को उन्हें प्रदर्शन स्थल से उठाकर पुलिस हिरासत में ले लिया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा समान काम के लिए समान वेतन के आदेश के बाद माध्यमिक शिक्षकों ने इसके लिए आवाज उठाई है. लेकिन जब राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो शिक्षकों ने मजबूरन मैट्रिक और इंटर के कॉपी के मूल्यांकन का बहिष्कार किया और सत्याग्रह का रुख किया. इधर शिक्षकों के इस आंदोलन के बाद जहां मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है वहीँ विहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इस महीने के अंत तक कॉपियों का मूल्यांकन पूरा करने की बात कही है. साथ ही अगले महीने मैट्रिक और इंटर के रिजल्ट भी प्रकाशित करने का दावा किया है.

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प्राथमिक शिक्षकों ने भी खड़ा किया हाथ

सरकारी शिक्षकों पर प्रशासन का भारी दबाव है कि वे हर हालत में कॉपी का मूल्यांकन करें अन्यथा नौकरी से उन्हें हाथ धोना पड़ सकता है. साथ ही प्राथमिक शिक्षकों से भी मैट्रिक की कॉपी का मूल्यांकन करने के आदेश के बाद बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ ने एलान किया कि कोई भी प्राथमिक या मिडिल स्कूल का शिक्षक मूल्यांकन कार्य नहीं करेगा. पढ़ें- https://goo.gl/yWwrxs  जब शिक्षकों ने अपना सत्याग्रह नहीं तोड़ा तब पुलिस बल का प्रयोग कर प्रशासन ने उन्हें गिरफ्तार किया.


शिक्षक संघ द्वारा इस घोषणा पर जब जिला शिक्षा अधीक्षक राम प्रवेश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया.

इधर इस बारे में आंदोलन कर रहे पनवारी कॉलेज के प्राचार्य अजय सिंह उर्फ अजय नेता ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ के एलान के बाद जबरन कार्य कर रहे शिक्षकों ने भी अपना हाथ ऊपर कर लिया है. ऐसी स्थिति में बोर्ड द्वारा अगले महीने रिजल्ट देने की बात बेमानी लगती है.

थाने में शिक्षकों का प्रदर्शन

इधर क्षत्रिय हाई स्कूल, जैन स्कूल और टाउन स्कूल के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अपने साथियों की खबर मिलते ही विभिन्न केंद्रों पर सत्याग्रही शिक्षकों ने टाउन थांना की ओर कूच किया और और जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए.

शिक्षकों का आरोप है कि जहाँ एक ओर नीतीश सरकार चंपारण सत्याग्रह की 100वीं वर्षगाँठ मना बापू के आदर्शों को मानने का ढोंग कर रही है वही शिक्षकों के सत्याग्रह आन्दोलन को कुचलने के लिए गिरफ्तारी का कुचक्र सरकार के मानसिक दिवालियापन का परिचायक है. आंदोलन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि अगर उनके साथियों को प्रशासन ने नहीं छोड़ा तो यह सत्याग्रही आन्दोलन सरकार दूसरा रूप लेगा.

समान काम के बदले समान वेतन की मांग कर रहे शिक्षकों ने कहा कि वे जोरदार लड़ाई के लिए तैयार हैं. सरकार के पास सिर्फ एक ही विकल्प रह गया है। हमारी मांगों को नीतीश सरकार माने अन्यथा आंदोलन चलता रहेगा. शिक्षकों ने कहा कि हम यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे हमारे आंदोलन को कुचलने की जो साजिश हो रही है उससे हम डिगने वाले नहीं हैं. इस अवसर पर वक्ताओं ने आगे कहा की पांच सूत्री मांगों का निष्पादन अविलंब करें .150 शिक्षकों को गिरफ्तार करने के बाद जब MLC ने अपनी गिरफ्तारी दी और देर शाम तक टाउन थाना का घेराव चलता रहा तो शिक्षकों को वहां से रिहा कर दिया गया

आरा से ओपी पांडे

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