‘सेवाश्रम’ में मरीजों की सेवा करते है सांसद पप्पू यादव और रंजीत रंजन

By pnc Oct 3, 2016

सरकारी दावे खोखले हैं. अरविंद केजरीवाल तो झूठ मास्‍टर हैं

दिल्ली में चलता है सांसद का सेवाश्रम 




सांसद के सेवाश्रम में पूरे देश से आते हैं मरीज 

… लेकिन पप्पू यादव जैसा कोई नहीं 

जिनका कोई नहीं उनके लिए भी है सेवाश्रम में इलाज की व्यवस्था 

चिकित्सा व्यवस्था से परेशान हो बनाया सेवाश्रम 

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लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे अस्पतालों में बेहतर सुविधा मिले तो कोई चिंता की बात नहीं होती, पर जब इलाज के लोग बेहाल हो जाए वो भी दिल्ली  में तो बीमार तो ऐसे ही मर जाएगा. देश में जो स्वास्थ्य विभाग का हाल है उससे सब कोई परेशान है. ऐसे में नई दिल्ली में देश के दो सांसदों ने अपने सरकारी आवास को ही ‘सेवाश्रम’ नाम दे दिया और वहां मरीजों की सेवा शुरू कर दी है. इस सेवाश्रम में सैकड़ों मरीज और उनके परिजन रहते हैं. उनके रहने-खाने का इंतजाम निःशुल्‍क किया जाता है. वहां देश भर से मरीज आते हैं. जी हाँ ये सेवाश्रम खोला है सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव और उनकी पत्नी सांसद रंजीत रंजन ने जो आज देश के तमाम सांसदों के लिए अनुकरणीय हो गए है. उनके इस सेवाश्रम में मरीजों के रहने खाने पीने के इंतजाम किए गए हैं.

 सांसद पप्पू यादव  डॉक्टरों के व्यवहार से नाराज है उनका कहना है कि अगर डॉक्टर ठीक हो जाएं तो मरीजों की स्थिति भी ठीक हो जाए.उन्हें जब भी अस्पतालों में मरीजों की शिकायत मिलती है तो वे तुरंत उस अस्पताल में  पहुँच कर उनकी समस्यायों को दूर करने की कोशिश करते हैं.

कभी वे पूरे कोसी क्षेत्र में डॉक्टरों की ज्यादतियों के खिलाफ जनता के पक्ष में आंदोलन छेड़ते हुए सड़क पर नजर आते हैं तो कभी दिल्ली स्थित अपने सेवाश्रम में मरीजों का हाल चाल लेते. पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन भी कांग्रेस से सांसद है. दोनों के सरकारी आवास सटे हुए है. पप्पू यादव पत्नी के आवंटित बंग्ले में रहते हैं और अपने सरकारी आवास को पार्टी दफ्तर  के साथ सेवाश्रम बना दिया है. इनका सेवाश्रम कस्‍तूरबा गांधी मार्ग के 11ए, बलवंत राय मेहता लेन में स्थित है. इस ‘सेवाश्रम’ में करीब पांच सौ मरीजों के रहने की व्‍यवस्‍था है. जहां बिहार सहित अन्य प्रदेशों से आये सैकड़ो मरीज न सिर्फ दिल्ली में चिकित्सा सेवा ले रहे हैं. पप्पू यादव के सेवाश्रम में उनके ईलाज से लेकर खाने—पीने रहने का बेहतर प्रबंध है. पप्पू यादव खुद इसकी देख-रेख करते हैं ताकि किसी मरीज को कोई परेशानी न हो. उनके सरकारी आवास का दरवाजा मरीजों के लिए 24 घंटे खुला है. बस उस आवास में मरीज अपने परिजन के साथ आ जाएं उनके देख रेख की जिम्मेवारी पप्पू यादव की होती है .

दिल्ली में बढ़ते डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों को देखते हुए उन्होंने अपने सेवाश्रम को इन मरीजों की सेवा के लिए भी खोल दिया है. पिछले दो दिनों के भीतर वे हाल जानने को दिल्‍ली के लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्‍पताल और राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल गये. उनका कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हालत बहुत खराब है. सरकार अपने कर्तव्‍यों का पालन नहीं कर रही है.मरीज बाहर से दवा खरीदने को विवश है. पप्‍पू यादव कहते है कि आपको यकीन नहीं होगा कि  एक ही बेड पर अलग-अलग परिवारों के मरीज भी देखे. यह व्‍यवस्‍था की अराजकता है. ऐसे में बीमार ठीक  हो सकताक्या . सरकारी दावे खोखले हैं. अरविंद केजरीवाल तो झूठ मास्‍टर हैं ही. सबसे बड़ी बात कि परेशानी आम लोगों को हो रही है. बड़े लोग तो महंगे इलाज के लिए स्‍टार अस्‍पताल में जाते ही हैं. ऐसी खराब हालत को देख उन्‍होंने तय किया कि हम इलाज के लिए आगे आयेंगे. ‘सेवाश्रम’ में विशेष व्‍यवस्‍था पर कहा कि हमने ध्‍यान रखा है कि दूसरे मरीज प्रभाव में न आ जाएं. हमारे ‘सेवाश्रम’ में सबसे अधिक मरीज कैंसर,किडनी और लीवर की बीमारी के हैं. सबों के लिए मुफ्त रहने और खान-पान की व्‍यवस्‍था है. इलाज का विशेष ध्‍यान रखा जाता है. जरुरत के मुताबिक आर्थिक मदद भी की जाती है. इस कार्य के लिए उन्होंने कई कार्यकर्ताओं को लगा रखा है जो निस्वार्थ सबकी देख भाल करते है.

पटना से सेवाश्रम पहुंचे रामवतार कहते है कि अगर सेवाश्रम नहीं होता तो आज वे इस दुनिया में नहीं होते.किसी अस्पताल में पड़े होते.भगवान ने हमें दूसरे भगवान के यहाँ भिजवा दिया और देखिए हम बच के आ गए.ऐसे मरीजों के लिए सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव और उनकी पत्नी सांसद रंजीत रंजन ने सेवाश्रम को खड़ा किया और आज हजारों लोग उससे लाभ उठा पायें हैं.

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