72 घंटे का अल्टीमेटम, ADG करेंगे जांच

एकजुट हुए पत्रकार तो दिखा असर

DGP ने दिया कार्रवाई का भरोसा




ज्यादातर मौकों पर अलग-थलग दिखने वाले पटना के पत्रकार आज मीडियाकर्मी पर हमले को लेकर एक साथ नजर आए. इसका असर भी दिखा जब पत्रकारों का एक डेलिगेशन बिहार के DGP से मिला और सचिवालय परिसर में मीडियाकर्मी पर हमले का विरोध जताते हुए आरोपित सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई की मांग की.

डीजीपी से मिलने गये पत्रकारों के शिष्टमंडल को डीजीपी ने कड़ी कारवाई का भरोसा दिया है. पत्रकारों ने डीजीपी को कार्रवाई के लिए 72 घंटे का समय दिया है. डीजीपी ने कहा कि पुलिस मुख्यालय ने सचिवालय में हुई घटना को गंभीरता से लिया है और इस सन्दर्भ में आवश्यक कारवाई का निर्देश एडीजी स्पेशल ब्रांच को दिया गया है. मुलाकात के दौरान एडीजी मुख्यालय आलोक राज भी उपस्थित थे . पत्रकारों की तरफ से डीजीपी को दिए गए ज्ञापन में पांच मांगें भी सौंपी गई हैं . प्रतिनिधिमंडल में सुजीत झा ,मनीष कुमार ,प्रकाश सिंह ,प्रभाकर कुमार,अमिताभ ओझा ,दीपक कुमार और कुलभूषण शामिल थे.

इससे पहले एनडीटीवी के दफ्तर में पटना के इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकारों और छायाकारो की बैठक हुई . बैठक की अध्यक्षता करते हुए मनीष कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में हुई घटनाये बहुत गंभीर है और अगर हम अपनी एकजुटता नहीं दिखाते है तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है . जबकि वरिष्ठ पत्रकार संजय सिन्हा ने कहा कि आज पत्रकारों की सुरक्षा सबसे अहम् है और साथ ही पत्रकारों की बढ़ती भीड़ और उनके अनुशासन पर भी ध्यान देने की जरुरत है . प्रकाश कुमार ने कहा कि पत्रकारों की एकजुटता दिखाने का समय है . हर तरह से पत्रकारों को लामबंद होने की जरुरत है . जबकि प्रकाश सिंह ने हाल के दिनों में हुई दोनों घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से राजनीतिक हालत हो रहे हैं उसमें सभी को एकजुट होने और संभल कर चलने की जरुरत है हमारी एकता ही हमारी ताकत है . सुजीत झा ने भी पत्रकारों की एकजुटता पर बल दिया.

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