संजय की मौत पर सस्पेंस बरकरार

मुजफ्फरपुर के कांटी में पानापुर थानेदार की मौत मामले की जांच जारी है. CFL की टीम ने सोमवार को संजय गौ़ड़ की मौत जहां हुई उस जगह से जांच के नमूने एकत्र किए. तिरहुत रेंज के DIG अनिल कुमार सिंह पटना से आई CFL की तीन सदस्यीय टीम के साथ पानापुर ओपी पहुंचे. CFL की टीम ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की.  DIG ने थाना में तैनात जवानों और मौजूद चौकीदारों का बयान लिया. पानापुर ओपी के पास के दुकानदारों से भी पूछताछ की गई.

इस मामले में एक बड़ा सवाल ये भी उठ रहा है कि बिना सर्विस रिवॉल्वर के ही SI को थानाप्रभारी कैसे बना दिया गया. मृतक की पत्नी ने कहा कि दूसरे स्टाफ की सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या करने की घटना पूरी तरह विभाग के अधिकारियों की मनगढंत साजिश है. मेरे पति ने आत्महत्या नहीं की बल्कि साजिश कर उनकी हत्या की गई है. इसकी जांच की जानी चाहिए और इस हत्या की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाना चाहिए.




मृतक दारोगा की पत्नी कल्याणी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसमें बड़ा खुलासा करते हुए लिखा है कि मेरे पति ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी साजिश के तहत हत्या हुई है. FIR में लिखा है कि मेरे पति की मृत्यु की सूचना मुझे और मेरे घरवालों को दी गई और हम सबको पुलिस लाइन मुजफ्फरपुर बुलाया गया. हमारे वहां पहुंचने पर पुलिस अधिकारियों ने यह तक नहीं बताया कि मेरे पति की मौत कैसे हुई और बिना किसी परिजन की सहमति के ही शव का पोस्टमार्टम कैसे करा दिया गया.

बता दें कि रविवार 2 जुलाई को मुजफ्फरपुर में एक दारोगा ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. इस मामले में मृतक दारोगा की पत्नी ने बड़ा खुलासा करते हुए मुजफ्फरपुर SSP पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पत्नी ने कहा कि एक थानेदार की कीमत दस लाख रूपये तय की जाती है और नहीं देने पर उसका ट्रांसफर कर दिया जाता है. मृतक की पत्नी का कहना है कि पैसे के लिए ही मेरे पति की हत्या हुई है. उन्हें सर्विस रिवॉल्वर नहीं उपलब्ध कराया गया था और दूसरे के सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या की बात कही जा रही है.

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