बैंक और ATMs पर चौकस नजर

By Amit Verma May 16, 2017

बैंक और ATMs के भरोसे चलने वाले लोग परेशान हैं. कारण साफ है. कंप्यूटर का डेटा हैक करने वाले खतरनाक हैकर्स की नजर विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था पर है. विशेषज्ञों को अंदेशा है कि अगले हमले का निशाना बैंकिंग सेक्‍टर होगा. इसलिए ऐसे खतरे को लेकर कई बैंकों ने एहतियातन पुराने सॉफ्टवेयर पर चलने वाले कुछ एटीएम को बंद रखा. इधर रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे रैनसमवेयर पर सरकारी संगठन CERT-IN के निर्देशों का पालन करें.




इन सबके बीच रैनसमवेयर WannaCry के दुष्‍प्रभावों को देखते हुए आइटी विशेषज्ञों ने यूजर्स को सावधान किया है. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-IN) ने इस स्थिति में क्या करें और क्या न करें की सूची भी जारी कर दी है और वैश्विक रैनसमवेयर हमले से नेटवर्क की सुरक्षा संबंधित सलाह भी दी है.

बता दें कि देश में कुल 2.2 लाख एटीएम हैं. इसमें से कुछ पुराने विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहे हैं. इसलिए विशेषज्ञों ने संस्‍थान, व्‍यापार व अन्‍य सेक्‍टरों को जरूरी एहतियात वाले कदम उठाने और अपने सिस्‍टम को अपडेट करने को कह दिया है. रैनसमवेयर साइबर अटैक ‘WannaCry’ जिससे दुनिया के कंप्‍यूटर प्रभावित हुए हैं, अब भारत पहुंच गया है और पश्‍चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व केरल जैसे राज्‍यों को प्रभावित कर रहा है. इस साइबर अटैक को इतिहास में सबसे बड़े हमले के तौर पर देखा जा रहा है. बता दें कि पटना के एक व्यापारी का कंप्यूटर भी हैक किया जा चुका है औऱ उनसे डेटा वापसी के लिए करोड़ों की डिमांड की गई है.

तो अगर विशेषज्ञों की मानें तो अगले कुछ दिनों तक आर्थिक लेन-देन चाहे वो ऑनलाइन हो, बैंक से हो या फिर ATM से, सावधानी जरूरी है. विशेषकर अज्ञात और अविश्वसनीय जगहों, कंप्यूटर और अनसेफ लैपटॉप से बैंकिंग ट्रांजेक्शन से तो आप बचकर ही रहें.

 

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