प्रति कुलपति के हठ से कभी भी हो सकता है विवि में हिंसक संघर्ष

By pnc Jan 8, 2017

8वें दिन जारी घमासान के बाद भी नहीं आये मिलने प्रभारी-कुलपति

दूसरे दिन भी प्राइवेट गार्डों ने दिखाई गुंडागर्दी




छात्रों से हुई हाथापाई, हाथापाई का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल

छात्रों का धैर्य दे सकता है जवाब

छात्र संगठन NSUI के द्वारा वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन  8वें दिन भी कई अन्य दलों का समर्थन के साथ जारी रहा. धरने की शुरुआत में ही विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी संगठन से जुड़े छात्रों के साथ उलझ गए. प्रभारी कुलपति लगभग 50 नए प्राइवेट गार्डों को  नियुक्त कर पूरी तरह फाइट को तैयार हैं वही छात्र अपने धैर्य के साथ आंदोलन के लिए टाइट हैं. जमकर दोनों तरफ से हो-हल्ला और हाथापाई धरना गेट पर नहीं करने को लेकर हुई. सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि प्रदर्शन मुख्य प्रशासनिक गेट के समक्ष नहीं होगा लेकिन छात्र आज हाथापाई के बाद आक्रामक मुद्रा में दिखे और प्रशासनिक भवन के सामने ही प्रदर्शन के लिए डट गए. छात्रों ने गार्डों द्वारा इस बदतमीजी का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

छात्र नेताओं का कहना था कि मुख्य गेट पर प्रदर्शन रोकने का अधिकार किसी को नहीं.धरना देने से रोकना स्वस्थ लोकतंत्र की प्रक्रिया का उल्लंघन है. 8 दिन से चल रहे इस आंदोलन को रोकने के लिए विवि का कोई भी अधिकारी बात करने तक नहीं आया. NSUI के जिलाध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी ने कहा कि हमलोग गांधीवादी हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से अपना आंदोलन जारी रखेंगे. यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती. उन्होंने प्रतिकुलपति को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एक शिक्षक को गांधीवादी होना चाहिए लेकिन वह छात्रों को बातों को सुनने के बजाय हिटलर बनकर प्राइवेट गार्डों के गुंडई के बल पर छात्र आन्दोलन को कुचलना चाहते हैं. पता नहीं वे किस मिट्टी के बने हैं. वह दिन दूर नहीं जब कुलपति हमारी मांगों के आगे घुटने टेकने को विवश हो जाएंगे. हम सच की लड़ाई लड़ रहे हैं कुलपति बेशर्म हो गए हैं,केवल् बयानबाजी कर रहे हैं, लगातार धरना चल रहा है लेकिन कुलपति या उनके कोई भी पदाधिकारी धरना स्थल पर नहीं आ रहे हैं.

परीक्षा नियंत्रक को घेर उनसे माँगा इस्तीफा

धरना के दौरान धरना स्थल पर मजेदार घटना तब घटी जब अपराह्न 2बजे विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर प्रसुंजय कुमार सिन्हा पिछले गेट से निकलकर बहार जाने की तैयारी में थे, तभी छात्रों की नजर उनपर पड़ी और  छात्रों ने उनको उन्हीं की गाड़ी में घेर लिया और उनसे इस्तीफा मांगने लगे. विश्वविद्यालय के गार्ड ने बड़ी जद्दोजहद से उन्हें प्रशासनिक भवन में पहुचाया. जहाँ धरना ख़त्म होने तक इन्हें प्रशासनिक भवन में ही सेल्टर लेना पड़ा.

धरना के मुख्य अतिथि भोजपुर जिला कांग्रेस के महासचिव संतोष पांडे ने भी धरना को संबोधित किया तथा उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग बिल्कुल जायज है, अगर कुलपति सोचते हैं कि छात्र पीछे हट जाएंगे तो वह गलत सोच रहे हैं.अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि भोजपुर जिले के साथ-साथ पूरे बिहार की कांग्रेस कमेटी अब विश्वविद्यालय में आकर आंदोलन करेगी. इस धरने की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अभिषेक दिवेदी तथा संचालन नवीन शंकर पाठक ने किया. आज के आन्दोलन में छात्र समागम के रतिकांत तिवारी,अंशुमान सिंह ने समर्थन दिया. सूचना के अधिकार मंच के संयोजक अभय विश्वास भट्ट ने भी धरने को संबोधित किया. युवा जदयू के उपाध्यक्ष सुनील पाठक ने भी धरने को संबोधित किया. धरना में दुलदुल सिंह, कामेश्वर कुमार कन्हैया, धनंजय कुमार सिंह,नितेश कुमार, राणा सिंह,प्रशांत ओझा, राकेश ओझा नीतीश केसरी,श्रीकृष्ण हरि,सोनू कुमार,दीपेश सिन्हा, गिरीश कुमार राय,राहुल सिंह,निखिल कुमार,सागर आनंद, सुमित कुमार,कमलेश धवन, उज्जवल अमित सिंह,विश्वजीत सिंह रवि मिश्रा सहित कई छात्र थे.

रिपोर्ट -आरा से ओ पी पांडेय

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