पटना मेट्रो परियोजना में दो दिवसीय “प्राथमिक चिकित्सा एवं योग्यता प्रशिक्षण” संपन्न




पटना मेट्रो परियोजना के पदाधिकारियों के लिए आयोजन

मौजूद रहे कई कर्मचारी और पदाधिकारी

सीपीआर पद्धति और तकनीकों पर एक विशेष ब्रीफिंग ट्रेनिंग दी गई

पटना मेट्रो परियोजना के पदाधिकारियों के लिए आयोजित दो दिवसीय “प्राथमिक चिकित्सा एवं योग्यता प्रशिक्षण” शुक्रवार को सम्पन्न हुआ. प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रशिक्षित पदाधिकारियों को किसी भी आपातकालीन स्थिति के दौरान कार्यालय, साइट आदि पर प्राथमिक चिकित्सा करने के लिए तैयार एवं सशक्त बनाना था.प्रशिक्षण और मूल्यांकन सत्र में सफल होने वाले सभी पदाधिकारियों को वैधता के साथ योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा. समापन के अवसर पर पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के परियोजना निदेशक अजय कुमार ने कहा कि पटना मेट्रो परियोजना में शून्य नुकसान एवं सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है.

मेट्रो के निर्माण स्थलों पर हम जोखिम भरी परिस्थितियों में दिन-रात काम करते हैं. निर्माण स्थलों की भेद्यता के कारण साइट पर प्रशिक्षित कार्यबल का होना अति आवश्यक होता है जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने और पीड़ित की त्वरित मदत कर सके तथा उसे निकटतम चिकित्सा केंद्र में ले जाने में सक्षम हों.हमारा उद्देश्य है कि हम निर्माण स्थलों पर किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार एवं प्रशिक्षित रहें, इसलिए हमारे पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण आवश्यक है. इस बात को ध्यान में रखकर, पटना मेट्रो निर्माण परियोजना के सभी विभागों के चुने हुए पदाधिकारियों के लिए यह प्राथमिक चिकित्सा एवं योग्यता प्रशिक्षण आयोजित किया गया.

ये प्रशिक्षित पदाधिकारी डीएमआरसी के लिए एसेट हैं जो आगे मेट्रो निर्माण स्थलों पर अन्य पदाधिकारियों और कर्मचारियों को व्यक्तिगत प्रशिक्षण देंगे. डॉ. आर के शर्मा द्वारा सीपीआर पद्धति और तकनीकों पर एक विशेष ब्रीफिंग ट्रेनर दी गई जहां सेफ़्टी, इलेक्ट्रिक, सिविल और अन्य सभी विभागों के पदाधिकारियों को प्राथमिक चिकित्सा एवं व्यक्तिगत प्रशिक्षण दिया गया. डॉ. शर्मा ने किसी भी हार्ट अटैक के मरीज एवं अन्य किसी पीड़ित के लिए पहले छह मिनट के महत्व और उसको उस दौरान ब्रेन डेड होने से बचाने के महत्व के बारे में अवगत कराया. सीपीआर को पूर्ण शरीर वाले पुतला पर डेमोंस्ट्रेट कर के दिखाया गया.डीएमआरसी द्वारा किसी भी आपातकालीन स्थिति या दुर्घटना से निपटने के लिए एवं साइट के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैयारी और प्रतिक्रिया का आकलन करने के लिए नियमित रूप से सभी निर्माण स्थलों पर मॉक ड्रिल आयोजित किया जाता है.

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