“शिक्षा” के लिए मानव-श्रृंखला या किसी के लिए “शिक्षा?”

By om prakash pandey Jan 31, 2018

शिक्षा सुधार के लिए ‘रालोसपा’ की मानव श्रृंखला

बिहार अब लगता है मानव श्रृंखला बनाने में गिना जाने वाला है. एक साल में दो बड़ी मानव श्रृंखलाओं के बाद तीसरी मानव श्रृंखला का बनना निश्चय ही यह सोचने पर विवश कर देता है. लेकिन अंतर बस यह है कि यह मानव श्रृंखला नीतीश कुमार की नही बल्कि रालोसपा द्वारा जिला स्तर पर बनाई गई है. शिक्षा के लिए जिला स्तर पर बनी इस मानव श्रृंखला के सफल आयोजन के बाद ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि कहीं नीतीश कुमार के मानव श्रृंखला का रालोसपा द्वारा जवाब देने की तैयारी तो नहीं हो रही! हालांकि इसके पहले भी शिक्षकों ने नीतीश द्वारा बनने वाले मानव श्रृंखला के दिन ही अपनी मांगों को लेकर मानव श्रृंखला बनाने का एलान किया था, लेकिन बाद में वार्ता कर उसे अधिकारियों ने रोक दिया.




यहीनहीं सोशल मीडिया पर भी दहेज और बाल विवाह के लिए बनने वाले मानव श्रृंखला के बदले बेरोजगारों के लिए मानव श्रृंखला बनाने की चर्चा सरेआम चल रही थी. मतलब साफ है कि जनता बेतुके मानव श्रृंखलाओं के पक्ष में नही है. ऐसे में रालोसपा द्वारा जिले स्तर पर बनाई गई सफल मानव श्रृंखला कहीं CM के लिए चुनौती तो नही?

मानव शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर लोक समता पार्टी ने सभी प्रखंड मुख्यालयों पर 11:30 बजे से लेकर 12:00 बजे तक मानव श्रृंखला बनाया. एक दूसरे के हाथों में हाथ थामें सभी वर्ग के लोग शामिल हुए. शिक्षा में बदहाली के खिलाफ 30 जनवरी को निकाली गई ऐतिहासिक कतार में लोगों में जोश और दम-खम दिखा. पंचायत के स्कूलों पर ऐसी ही भीड़ देखी गई.

रालोसपा के नेताओं ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक आर्थिक विकास के लिए शिक्षा को बढ़ावा देना एवं शिक्षा में सुधार था. इसी उद्देश्य के कारण शिक्षा सुधार के लिए ऐतिहासिक मानव श्रृंखला बनाया गया. सुबह से ही रालोसपा के कार्यकर्ताओं में जोश और जुनून देखा गया था. हर वर्ग के लोग इसमें शामिल थे जैसे ही घड़ी की सूइयां 11:30 तक पहुंची रालोसपा के नेता स्कूली छात्र छात्राएं महिलाएं तमाम वर्ग के लोग इसमें शामिल हुए. सबसे पहले यह कार्यक्रम महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर समर्पित किया गया.

शिक्षा में सुधार मानव श्रृंखला के लिए सभी सदस्यों, आम लोगों एवं स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा एवं अन्य सभी ने बधाई दी है. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस आयोजन की सफलता में सभी सदस्यों एवं आम लोगों का विशेष योगदान रहा. यह कार्यक्रम गिरती शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से किया गया था. उन्होंने कहा कि समाज को सभ्य,आदर्श और संस्कारवान, शिक्षा के बगैर बनाना संभव नहीं है.

रालोसपा के सदस्यों ने स्थानीय राजकीय कन्या मध्य विद्यालय के समीप सुबह से भीड़ लगानी शुरू कर दी थी. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के सदस्य इस आयोजन को सफल बनाने में जी-जान से लगे हुए थे. भीड़ देखकर ही लोग समझ गए थे कि यहां पर थोड़ी ही देर बाद मानव कतार लगने वाली है.रालोसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा वहां पहुंचे और अपने कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई करते हुए मानव श्रृंखला में खुद भी शामिल हो गए.

जगदीशपुर प्रखंड में भी इस मानव श्रृंखला का सफल आयोजन किया गया. प्रखंड के सभी 20 पंचायतों तथा नगर पंचायत के सभी विद्यालयों पर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया.

रालोसपा के विभिन्न नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूर्व से ही पूरे दम खम के साथ इसके सफलता को लेकर पूरी ताकत झोंक दी थी. जिसका नजारा आज भोजपुर के सभी स्थानों पर देखने को मिला. जिले के कुल 228 पंचायतों के एक-एक विद्यालयों पर इस मानव श्रृंखला का आयोजन 11:30 बजे अपराह्न से 12 बजे तक तक तक किया, जिसमें महिलाओं की भी भागीदारी अच्छी संख्या में देखने को मिली. रालोसपा के युवा जिलाध्यक्ष रोहित कुशवाहा ने बताया कि इस मानव श्रृंखला के सफल आयोजन में सभी लोगों का अपेक्षित सहयोग मिला

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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