कानून के शिकंजे में रूडी, डीएम, डीडीसी और सिविल सर्जन

दर्जनों एडवांस एंबुलेंस अपने परिसर में बेकार स्थिति में रखने को लेकर सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी चारों तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं.

पटना हाई कोर्ट के वकील मणि भूषण प्रताप सेंगर ने बिहार के डीजीपी को पत्र लिखकर सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी, सारण के डीएम, डीडीसी और सिविल सर्जन के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने का आवेदन दिया है. आपदा की घड़ी में जब बड़ी संख्या में लोगों को एंबुलेंस की जरूरत पड़ रही है और लोग बिना एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रहे हैं. ऐसी स्थिति में सांसद फंड से खरीदे गए 40 से ज्यादा एंबुलेंस अपने निजी परिसर में रखने का सारण एमपी पर आरोप है. यही नहीं सारण के डीएम,डीडीसी और सिविल सर्जन पर भी आरोप है कि उन्होंने पब्लिक फंड से खरीदे गए इतने महत्वपूर्ण एंबुलेंस की देखरेख नहीं की और ना ही इनका इस आपदा की घड़ी में इस्तेमाल किया.




अपने पत्र की कॉपी उन्होंने पटना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी, सीआइडी के एडीजी और छपरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश को भी भेजी है जिसमें इन सभी पर सुसंगत धाराओं में और आपदा अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया गया है. अगर 7 दिन में इस पत्र पर कार्रवाई नहीं हुई तो पटना हाईकोर्ट में एडवोकेट मणि भूषण सेंगर जनहित याचिका दायर करेंगे।

इसके पहले पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने भी बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखकर सारण एमपी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है.

राजेश तिवारी