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कोरोना काल में एक तरफ जहां रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट भरोसेमंद नहीं है दूसरी तरफ आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए लंबा इंतजार और उसके बाद उसकी रिपोर्ट के लिए भी कम से कम 6 से 7 दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है. कोविड-19 की स्थिति जांचने के लिए मरीजों के पास अब एचआर सीटी स्कैन के अलावा दूसरा कोई भरोसेमंद उपाय नहीं है. ऐसे में स्कैन सेंटर पर भारी भीड़ उमड़ रही है और स्कैन के चार्ज को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे थे. कई स्कैन सेंटर अनाप-शनाप पैसे वसूल रहे थे जिसे लेकर अब बिहार के साथ विभाग ने संज्ञान लिया और एचआर सीटी स्कैन की दर तय कर दी है.
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अब कोई भी स्कैन सेंटर अधिकतम ढाई हजार और 3000 से ज्यादा नहीं ले सकेगा. इस अधिकतम दर में जीएसटी और पीपीई किट की कीमत भी शामिल है. अगर कोई जांच केंद्र निर्धारित शुल्क से ज्यादा लेता है तो उस पर आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी आपको बता दें कि इसके पहले सरकार ने निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज की दर भी तय कर दी है. इसके साथ-साथ एंबुलेंस सेवा के लिए भी सरकार ने हर गाड़ी के लिए अलग-अलग अधिकतम भाड़ा तय कर दिया है.
राजेश तिवारी