कहीं आपको भी तो नहीं है ये लक्षण..

By pnc Feb 4, 2022

एम 440 के एवं 484 के नामक कोरोना का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक

कोरोना से ठीक होने वालों में बढ़ रही है कई समस्यायें




पाचन तंत्र भी फेल कर रहा ओमिक्रोन

बालों और आंखों पर भी हो रहा है असर

अचानक से चश्मे का पावर बढ़ जाने की समस्या

पेट में कब्ज मिचली आना और पेट में मरोड़ उठना,

जी मिचलाना और भूख का नहीं लगना,

खाना खाने की इच्छा नहीं होना और खाने के बाद पेट फूलना

ऊपर वाले लक्षण हैं तो चिकित्सक से जल्द करें सम्पर्क

पटना,संवाददाता

तीसरी लहर में ओमिक्रोन का अटैक पेट पर हो रहा है. संक्रमण से ठीक होने वालों को अब पेट की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना का मामला कम होते ही अब गैस्ट्रो विभाग में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसमें 70% मरीज ऐसे हैं, जो तीसरी लहर में कोरोना संक्रमित हुए हैं. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान ने अचानक से बढ़ी मरीजों की संख्या को कोरोना का साइड इफेक्ट बताया है. ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनमें अचानक से पेट की गंभीर बीमारी डिटेक्ट हो रही है.

कोरोना की तीसरी लहर में हर घर में कोरोना संक्रमित हैं. तीसरी लहर में मरीज सांस से परेशान नहीं हैं. संक्रमित सर्दी, खांसी व हल्के बुखार से परेशान हैं. कोरोना से 5 से 7 दिन में मुक्ति मिल जा रही है, लेकिन इसके बाद जो उसका साइड इफेक्ट है वह मरीजों पर भारी पड़ रहा है.’ डॉ. मनीष मंडल का कहना है कि ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनको 15 दिन बाद भी खांसी बनी हुई है. एक माह तक खांसी ठीक नहीं हो रही है. वहीं, ऐसे मरीजों की संख्या भी अचानक से बढ़ी है जिनका पेट खराब रह रहा है. कोरोना से ठीक हुए मरीजों में गैस की समस्या, खाना नहीं पचना और भूख नहीं लगने के साथ पेट में दर्द की समस्या बनी रह रही है. कई ऐसे मरीज भी हैं, जो कोरोना के बाद उसके साइड इफेक्ट के कारण परेशान हैं. ये बातें आईजीआई एमएस  के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने कही.उन्होंने कहा किवर्तमान में एम 440 के एवं 484 के नामक कोरोना का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक है।

ईजीआईएमएस  के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान का कहना है कि यह शोध का विषय है कि अचानक से कोरोना संक्रमितों के पेट में गंभीर बीमारी क्यों आ रही है. पेट की समस्या का असर शरीर के सभी अंगों पर पड़ता है. कोरोना की तीसरी लहर में ठीक होने वालों में अचानक से बाल सफेद होना और गिरना और अचानक से चश्मे का पावर बढ़ जाने की समस्या आ रही है. कोरोना की तीसरी लहर में 80% ही ऐसे मामले आए हैं. स्किन विभाग में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है. पटना मेडिकल कॉलेज और नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी पोस्ट कोविड में पेट के संक्रमण के मामले बढ़े हैं.

पेट में कब्ज मिचली आना और पेट में मरोड़ उठना,जी मिचलाना और भूख का नहीं लगना,खाना खाने की इच्छा नहीं होना और खाने के बाद पेट फूलना जैसी शिकायत हो तो हो जाएं सावधान हो जायें. डॉक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड के मामलों में मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. कोरोना दूसरी लहर में गले में ज्यादा इफेक्ट पहुंचा रहा था, लेकिन इस बार वायरस पेट में पहुंचकर संक्रमण फैलाकर परेशान कर रहा है. ऐसे मरीजों में कोरोना का संक्रमण पेट में अधिक दिख रहा है जिन्हें पेट में पहले से कब्ज या गैस की समस्या रही है. ऐसे लोगों को दो माह तक का समय ठीक होने में लग जाएगा. हर दिन ऐसे मरीजों की संख्या ओपीडी में अधिक है, जो कोरोना के कारण पेट की समस्या से परेशान है.

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