एक मीडिया हाउस का नंगा सच

By pnc Nov 5, 2016

देश की धड़कन कहने वाले मीडिया हाउस में हो क्या रहा है ?

एक पत्रकार की जुबानी क्या है  मीडिया के कुछ लोगों की सच्चाई ?




नंबर वन का खेल का खुला सचा

कुछ सवाल जिसके जवाब आप नहीं जानते ?

कैसे केजरीवाल और उनकी पार्टी के पीछे हाथ धोकर पड़नेवाले इस चैनल का रातों-रात हृदय परिवर्तन हुआ?

कैसे आसाराम का नाम जपकर ये चैनल टीआरपी की दौड़ में आगे निकला ?

कन्हैया कुमार पर इस चैनल ने देशद्रोही नारेबाजी में शामिल होने का आरोप लगाया था?

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इंडिया न्यूज से जुड़े रहे टीवी पत्रकार अमित 3 साल तक इंडिया न्यूज के प्राइम टाइम शो ‘अंदर की बात ‘ के प्रोड्यूसर रहे हैं मीडिया हाउस में कई छिपी कहानियों का नंगा सच अब सामने आ रहा है…सोशल मीडिया में ये बात खुल कर सामने आ गई है और लोगों के बीच नामी गिरामी लोगों को अब भद्द पिट रही है ,हम एक पत्रकार के साथ खड़े है …

दोस्तों…इंडिया न्यूज़ के फर्श से अर्श पर पहुंचने और इसके पीछे के अंधेरी गली के किरदारों की पूरी कहानी जल्द ही किस्तों में आपके सामने होगी. कैसे केजरीवाल और उनकी पार्टी के पीछे हाथ धोकर पड़नेवाले इस चैनल का रातों-रात हृदय परिवर्तन हुआ? कैसे आसाराम का नाम जपकर ये चैनल टीआरपी की दौड़ में आगे निकला ? कन्हैया कुमार पर इस चैनल ने देशद्रोही नारेबाजी में शामिल होने का आरोप लगाया था…इस नारेबाजी का वीडियो अपने पास होने का दावा किया था…लेकिन बाद में वो इस दावे पर क्यों कायम नहीं रह सका? आखिर टुनाइट विद दीपक चौरसिया में किए गए इस दावे के बाद न्यूज रूम में क्या-क्या हुआ था ? क्यों इस शो की क्लिपिंग को यूट्यूब से हटा दिया गया था ?, ऐसे कई मामलों की पर्दे के पीछे की कहानी आपके सामने रख रहा हूँ. आपके लिए ये सब जानना बेहद जरूरी है कि क्या खेल खेल रहा है मीडिया हाउस इंडिया न्यूज़ .

तब रात 10 बजकर 35 मिनट हो रहे थे. नेशनल न्यूज़ चैनल का ये एडिटर इन चीफ रोने को था…गला भर्राया हुआ था, आंखों में आंसू थे. इसलिए नहीं कि गलती पर पछतावा था, इसलिए क्योंकि साहब रंगेहाथ पकड़े गए थे। एबीपी न्यूज़ अपने इस पूर्व पत्रकार की कलई खोलने पर उतारू था…तीन सालों में 100 से भी ज्यादा लोगों की टीम ने दिन रात की मेहनत और ईमानदारी से जो साख बनाई थी…खुद एडिटर इऩ चीफ ने एक झटके में उसकी मिट्टी पलीद कर दी थी। एबीपी न्यूज़ दीपक चौरसिया का बिना नाम लिए उनके हर शब्द को झूठा साबित कर रहा था। तस्वीरें दिखा रहा था…समझा रहा था कि एक नेशनल न्यूज़ चैनल आपको गलत खबर दिखा रहा है, झूठी बातें बता रहा है। गुमराह कर रहा है, सच देखना है तो यहां देखिए. इंडिया न्यूज़ के लिए ये चीरहरण से कम शर्मनाक बात नहीं थी…बेचैन दीपक कभी इधर जाते…कभी उधर…साथ में चैनल के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत भी थे…इस पर मंत्रणा हो रही थी कि अब क्या किया जाए…इसी बीच चैनल के मालिक कार्तिक शर्मा का मैसेज आया, संदेश शायद सवाल की शक्ल में था- ‘ये क्या हो रहा है’ ?”

प्यारे दोस्तों,…ये छोटा सा अंश भर है, इंडिया न्यूज़ से जुड़ी ये पूरी कहानी बुधवार को मेरे फेबसुक वॉल पर आपके सामने होगी. आपके लिए इसे जानना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि इसके ज़रिए आपको पता चलेगा कि देश के स्वनामधन्य मीडिया महारथी ख़बरों पर झूठ का कैसा मुलम्मा चढ़ाते हैं…और फंसने पर क्या-क्या करते हैं ?,हां…इस पूरे प्रसंग के साथ मैं खुद को झूठा साबित करने की चुनौती भी पेश करूंगा…एक वायदा और,…आपको अंधेरी गली का चांद भी दिखाऊंगा…अर्द्धसत्य नहीं पूर्णसत्य से रू-ब-रू कराऊंगा.आलोचनाओं का खुले दिल से स्वागत है. इसमें कंजूसी मत करिएगा.

अगली कड़ी का इन्तजार करें …

साभार सोशल मीडिया

 

 


By pnc

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