ब्रह्मचारिणी की पूजा से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की होगी वृद्धि

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:..मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप…

‘लोक संस्कृति में हैं जन्म से लेकर मृत्यु तक के गीत’

भोजपुरी का स्वर्णिम काल अभी बाकी है -विजया भारती केन्द्र सरकार जल्द से जल्द मान्यता दे भोजपुरी को…