आज का पंचांग एवं राशिफल (05.01.2018)

*सुप्रभात*
*जय श्री महाकाल*

आज का पञ्चाङ्ग एवं राशिफल

*अथ पंचांगम्*




*दिनाँक -: 05/01/2018,शुक्रवार*
माघ , कृष्ण पक्ष
चतुर्थी
“”””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि————-चतुर्थी19:00:02 तक
पक्ष—————————–कृष्ण
नक्षत्र—————मघा26:15:27
योग—————-प्रीति13:36:45
करण—————भाव08:11:09
करण————बालव19:00:02
करण————कौलव29:59:11
वार—————————शुक्रवार
माह——————————माघ
चन्द्र राशि———————–सिंह
सूर्य राशि———————— धनु
रितु निरयन——————–हेमंत
रितु सायन——————-शिशिर
आयन———————उत्तरायण
संवत्सर———————हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)———–साधारण
विक्रम संवत—————–2074
विक्रम संवत (कर्तक)——-2074
शाका संवत—————–1939

सूर्योदय—————–07:11:58
सूर्यास्त——————17:37:19
दिन काल—————10:25:20
रात्री काल———–—13:34:48
चंद्रास्त——————09:49:52
चंद्रोदय——————21:22:23

लग्न—-धनु 20°33′ , 260°33′

सूर्य नक्षत्र——————पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र———————–मघा
नक्षत्र पाया———————रजत

*पद, चरण*

मा—-मघा 09:25:11

मी—-मघा 14:59:26

मू—-मघा 20:36:09

मे—-मघा 26:15:27

*ग्रह गोचर*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 20°33 ‘पू o षा o, 3 फा
चन्द्र=सिंह 03° 59’ मघा ‘ 1 मा
बुध=वृश्चिक 28 ° 18 ‘ ज्येष्ठा ‘4 यू
शुक्र=धनु 19 ° 33’ पू o षा o 2 धा
मंगल=तुला 22 ° 39 ‘विशाखा ‘1 ती
गुरु=तुला 23 ° 34 ‘ विशाखा , 1ती
शनि=धनु 07 ° 47’ मूल ‘3 भा
राहू=कर्क 22 ° 43 ‘आश्लेषा , 2 डू
केतु=मकर 22 ° 43 ‘ श्रवण, 4 खो

*शुभा$शुभ मुहूर्त*

राहू काल 11:06 – 12:25अशुभ
यम घंटा 15:01 – 16:19अशुभ
गुली काल 08:30 – 09:48अशुभ
अभिजित 12:04 -12:45शुभ
दूर मुहूर्त 09:17 – 09:59अशुभ
दूर मुहूर्त 12:45 – 13:27अशुभ

गंड मूल 07:12 – 26:15*अशुभ

चोघडिया, दिन
चाल 07:12 – 08:30शुभ
लाभ 08:30 – 09:48शुभ
अमृत 09:48 – 11:06शुभ
काल 11:06 – 12:25अशुभ
शुभ 12:25 – 13:43शुभ
रोग 13:43 – 15:01अशुभ
उद्वेग 15:01 – 16:19अशुभ
चाल 16:19 – 17:37शुभ

चोघडिया, रात
रोग 17:37 – 19:19अशुभ
काल 19:19 – 21:01अशुभ
लाभ 21:01 – 22:43शुभ
उद्वेग 22:43 – 24:25*अशुभ
शुभ 24:25* – 26:07*शुभ
अमृत 26:07* – 27:48*शुभ
चाल 27:48* – 29:30*शुभ
रोग 29:30* – 31:12*अशुभ

होरा, दिन
शुक्र 07:12 – 08:04
बुध 08:04 – 08:56
चन्द्र 08:56 – 09:48
शनि 09:48 – 10:40
बृहस्पति 10:40 – 11:33
मंगल 11:33 – 12:25
सूर्य 12:25 – 13:17
शुक्र 13:17 – 14:09
बुध 14:09 – 15:01
चन्द्र 15:01 – 15:53
शनि 15:53 – 16:45
बृहस्पति 16:45 – 17:37

होरा, रात
मंगल 17:37 – 18:45
सूर्य 18:45 – 19:53
शुक्र 19:53 – 21:01
बुध 21:01 – 22:09
चन्द्र 22:09 – 23:17
शनि 23:17 – 24:25
बृहस्पति 24:25* – 25:33
मंगल 25:33* – 26:41
सूर्य 26:41* – 27:48
शुक्र 27:48* – 28:56
बुध 28:56* – 30:04
चन्द्र 30:04* – 31:12

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*दिशा शूल ज्ञान——-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

*अग्नि वास ज्ञान -:*

15 + 4 + 6 + 1= 26 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*शिव वास एवं फल -:*

19 + 19 + 5 = 43 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*विशेष जानकारी*

*संकटी चतुर्थी (सकट चौथ)

*चतुर्थी व्रत ,चंद्रोदय रात्रि 21:22 पर

*शुभ विचार*

अतिरूपेण वै सीता अतिगर्वेणः रावणः ।
अतिदानाब्दलिर्बध्दो ह्यति सर्वत्र वर्जयेत् ।।
।।चा o नी o।।

आत्याधिक सुन्दरता के कारन सीताहरण हुआ, अत्यंत घमंड के कारन रावन का अंत हुआ, अत्यधिक दान देने के कारन रजा बाली को बंधन में बंधना पड़ा, अतः सर्वत्र अति को त्यागना चाहिए.

सुभाषितानि

गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16

नान्यं गुणेभ्यः कर्तारं यदा द्रष्टानुपश्यति ।,
गुणेभ्यश्च परं वेत्ति मद्भावं सोऽधिगच्छति ॥,

जिस समय दृष्टा तीनों गुणों के अतिरिक्त अन्य किसी को कर्ता नहीं देखता और तीनों गुणों से अत्यन्त परे सच्चिदानन्दघनस्वरूप मुझ परमात्मा को तत्त्व से जानता है, उस समय वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है॥,19॥,

राशिफल

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।

🐏मेष
बेरोजगारी दूर करने का प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें।

🐂वृष
फालतू खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। धनलाभ कम होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा।

👫मिथुन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। दूसरों की नकल न करें।

🦀कर्क
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। धनलाभ होगा। शत्रु भय रहेगा। पत्नी से आश्वासन मिलेगा।

🐅सिंह
तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। संतान पक्ष की चिंता रहेगी। कार्यों में विलंब से चिंता होगी।

🙍🏻कन्या
चोट, चोरी, विवाद व रोग आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता बनी रहेगी। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।
Par
⚖तुला
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। लाभ होगा। आलस्य न करें।

🦂वृश्चिक
राजभय रहेगा। जल्दबाजी न करें। वाणी पर नियंत्रण रखें। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। उन्नति होगी। कार्य के विस्तार की योजनाएं बनेंगी।

🏹धनु
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। कष्ट संभव है। आवास संबंधी समस्या हल होगी।

🐊मकर
पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त होंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भागदौड़ रहेगी। विवाद न करें। सामाजिक ख्याति में अभिवृद्धि होगी।

🍯कुंभ
प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। शत्रु परास्त होंगे। कष्ट संभव है। लाभदायक समाचार मिलेंगे।

🐟मीन
शुभ समाचार मिलेंगे। स्वाभिमान बना रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। रोजगार में उन्नति की संभावना है।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
जय श्री महाकाल

By Nikhil

Related Post