संजय मिश्र ,दरभंगा
जिले की तीन महिला अधिकारियों की कर्तव्य के लिए निष्ठा और तत्परता से दरभंगा ने राज्य में अव्वल प्रदर्शन किया है। पोषण ट्रैकर के चेहरा पहचान प्रणाली(FRS) में उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं FRS में बेहतर कार्य करने के लिए प्रभा रानी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हायाघाट, रूमा कुमारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी बहादुरपुर और अर्चना कुमारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी जाले को बिहार में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल हुआ है। इस सफलता से उत्साहित होकर दरभंगा के जिला पदाधिकारी राजीव रौशन ने तीनों महिला अधिकारियों की हौसला अफजाई की। मंगलवार को डीएम ने अपने दफ्तर में उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इसके पहले निदेशक आई. सी. डी. एस. के द्वारा भी इन तीनों पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था। डीएम ने कहा कि “यह तकनीक और मानव प्रयासों का एक आदर्श समन्वय है, जो समाज के कमजोर वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद कर रहा है।”
चेहरा पहचान प्रणाली (FRS) का महत्व
पोषण ट्रैकर में FRS का उपयोग लाभार्थियों की पहचान को सुनिश्चित करने और टेक होम राशन वितरण में पारदर्शिता लाने में क्रांतिकारी साबित हो रहा है। यह तकनीक लाभार्थियों के डेटा को सटीक रूप से रिकॉर्ड करती है, जिससे डुप्लिकेशन और अनियमितताओं की संभावना समाप्त होती है। महिला अधिकारियों को डीएम द्वारा सम्मानित करते समय आईसीडीएस डीपीओ चांदिनी सिंह भी मौजूद थीं।
