12 से 28 दिसंबर तक चलेगा सरस मेला
अब तक दो लाख से अधिक लोगों ने देखा मेला

पटना।। बिहार सरस मेला महिला स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण की झलक पेश करते हुए सीखने –सीखाने एवं जन-जागरण हेतु एक बड़ा मंच बना हुआ है. सरस मेला के माध्यम से आगंतुक देश भर की 25 राज्यों की लोक संस्कृति, परंपरा, हस्तशिल्प, हुनर और देशी व्यंजनों से रूबरू तो हो ही रहे हैं , हुनर को प्रोत्साहन की बानगी , लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित और सामजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु किये जा रहे कार्यक्रमों से वाकिफ और जागरूक हो रहे हैं.

बिहार सरस मेला, ग्रामीण विकास विभाग के तत्वाधान में जीविका द्वारा 28 दिसंबर 2025 तक आयोजित है. मेला 12 दिसंबर से प्रारंभ है और महज तीन दिनों खरीद-बिक्री का आंकड़ा सवा दो करोड़ रूपया पार कर गया है. इन तीन दिनों में अनुमानतः 2 लाख से अधिक लोग आये हैं.
सरस मेला परिसर में 5 सौ से अधिक स्टॉल से हस्तशिल्प और देशी व्यंजनों की खरीद-बिक्री तो हो ही रही है कई सरकारी विभाग एवं संस्थाएं सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी योजनाओं से आगंतुकों को लाभान्वित कर रहे हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के स्टॉल पर साईबर फ्रॉड के प्रति खाताधारकों को जागरूक किया जा रहा है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के स्टॉल पर स्वरोजगार एवं स्वावलंबन हेतु विभिन्न प्रकार के ऋण के बारे में लोगों को बताया जा रहा है.

आपदा प्रबंधन के विभाग पर राज्य आपदा मोचन बल द्वारा बाढ़-सुखाढ़, भूकंप समेत अन्य आपदा के समय में बचाव के तरीके बताये जा रहे हैं. भारतीय डाक विभाग द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना समेत अन्य योजनाओं के प्रति जागरूक किया जा रहा है विकास प्रबंधन संस्थान , पटना द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रबंधन का गुर सीखाया जा रहा है. महिला एवं वाल विकास निगम द्वारा पालना घर का संचालन एवं सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु जन जागरूकता अभियान एवं उनके स्टॉल पर महिला स्वावलंबन की झलक भी प्रस्तुत है. पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के स्टॉल पर आगंतुकों को पर्यावरण संरक्षण एवं जल प्रबंधन के साथ ही जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक किया जा रहा है . पंजाब नेशनल बैंक के स्टॉल पर आरसेटी के तत्वाधान में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा उत्पादित निर्मित हस्तशिल्प की प्रदर्शनी सह बिक्री जारी है . नगर निगम, पटना स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन पर लोगों को जागरूक कर रहा है.

पर्यटन विभाग द्वारा बिहार के पर्यटन स्थलों के बारे आगंतुकों को बताया जा रहा है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभुयाँ के स्टॉल पर कचरा के स्थाई प्रबंधन , प्लास्टिक अपशिस्ट प्रबंधन एवं स्वच्छता के लिए 3 आर की आदत के बारे में आगंतुकों को अवगत कराया जा रहा है. जीविका दीदियों द्वारा संचालित ग्राहक सेवा केंद्र पर रुपियों की जमा-निकासी की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है. जीविका के सामाजिक विकास प्रभाग द्वारा पर्यावरण संतुलन बनाये रखने हेतु दीदी की पौधशाला का सञ्चालन, महिलाओं के अधिकार और उसकी रक्षा के सूत्र आदि बताये जा रहे हैं. सामाजिक विकास प्रभाग द्वारा सरस मेला में परिभ्रमण हेतु दिव्यांगों एवं वृद्धजनो के लिए सशुल्क व्हील चेयर की भी सुविधा उपलब्ध कराई गयी है.

बिहार सरस रसोई परिसर में दीदी की रसोई समेत कई फूद्स्तौल पर सुस्वादु देशी व्यंजन, फन जोन और सेल्फी ज़ोन आकर्षण के खास केंद्र बने हुए हैं.

सम-सामयिक मुद्दों पर आधारित सेमिनार, लोकगीत एवं लोक नृत्य पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत-गजल और सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु जन–जागरण के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुति जारी है .सोमवार को महिला एवं बाल विकास निगम के तत्वाधान में प्रहरी नाट्य संस्था के कलाकारों ने बाल विवाह, और दहेज़ प्रथा समेत अन्य सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की.
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