NSUI जिलाध्यक्ष गोलीकांड में नया खुलासा… पहले से थी जानकारी

By om prakash pandey Aug 18, 2019


दुलदुल को पहले से ही थी किसी अनहोनी का शक
अपनी सुरक्षा के लिए पहले से किया था NSUI जिलाध्यक्ष ने पुलिस को आगाह, पर नही रुकी वारदात

Patna now Exclusive




आरा,18 अगस्त. भोजपुर में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. निडर ऐसे जैसे ये जैसे जांबाज जवान हो. इन अपराधियों का कहर ऐसा बढ़ गया है जिसे जहाँ और जब मन करता है गोलियां बरसा चल देते हैं. पिछले कुछ दिनों में भोजपुर जिले में फिर से अपराधियों की हनक बढ़ी है. आज सुबह तड़के डीएम कोठी के समीप अपराधियों ने NSUI जिलाध्यक्ष समेत दो को गोली मार दी और फरार हो गए. डीएम कोठी जैसे VIP एरिया में अपराधियों का गोली मारकर भाग जाना पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान है. जब इतने VIP एरिया में ऐसी घटना पर लगाम नही लग सकता तो शहरवासियों की सुरक्षा क्या भोजपुर पुलिस कर सकती है? घटना के बारे मिली सूचना के अनुसार अपराधी बाइक पर सवार थे जिनकी संख्या तीन थी. अपराधियों ने बिना कुछ कहे सुने NSUI जिलाध्यक्ष मनीष सिंह उर्फ दुलदुल सिंह और उनके साथ उस वक्त गाड़ी पर सवार उनके मित्र अप्पू सिंह पर दनादन गोलियां बरसा दी और चलते बने.

अपराधियों द्वारा दागी गयी गोलियों में दुलदुल सिंह को 3 गोली और अप्पू को 4 गोलियां लगी. गोली लगने के बावजूद दुलदुल सिंह ने बहादुरी दिखाई और घटना स्थल से दोनों बाइक पर सवार डॉक्टर के पास आये. उनका इलाज डॉ विकास सिंह के क्लीनिक में हुआ जहाँ दोनों की हालत क्रिटिकल थी लेकिन डॉ विकास ने दोनों घायलों की गोलियाँ निकाल उन्हें जीवनदान दे दिया. दोनों अभी खतरे से बाहर हैं.

घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पहले से कोई आपसी विवाद चला आ रहा था जिसका यह परिणाम हो सकता है. दो दिन NSUI जिलाध्यक्ष ने नवादा थाने में अपने ऊपर हमले की आशंका करते हुये सुरक्षा हेतु आवेदन दिया था. आज सुबह उसी आवेदन की रिसीविंग लेने थाने जाने के क्रम में यह घटना घट गई. उन्हें शक था कि उनपर हमला हो सकता है. अगर ऐसा था तो पुलिस ने एक्शन क्यो नही लिया? इस मामले में जब पटना नाउ ने नवादा थाना प्रभारी लल्लन कुमार से बात किया तो उन्होंने बताया कि ऐसे किसी आवेदन की एंट्री थाने में नही हुई.

उन्होंने बताया कि दो दिन पहले आवेदन जरूर आया था लेकिन आवेदन देने के बाद NSUI जिलाध्यक्ष ने ही किसी प्रकार की कार्रवाई फिलहाल नही करने की आग्रह की थी. जिसकी वजह से उस आवेदन की एंट्री नही की गई. पुलिस ने यह भी बताया कि थाने आने के क्रम में यह घटना नही हुई बल्कि एक ग्रिल वाले ने जिसका डीएम कोठी के पास कारखाना है पहले दुलदुल सिंह को फोन कर बुलाया, फिर दोनों वहाँ 5 मिनट बैठे और जब वहाँ से निकले तब रास्ते मे घटना को अंजाम दिया. पुलिस इस घटना की तहकीकात में लग गई है और जल्द ही साजिश का भंडाफोड़ कर अपराधियों को धर दबोचेगी. इस मामले में दुलदुल सिंह की ओर से FIR भी कर दिया गया है. हालांकि अपने तहकीकात की परत को पुलिस नही खोल रही है लेकिन जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का दावा जरूर कर रही है.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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