NH-30 के पुनर्निर्माण के लिए शुरू हुआ “अनिश्चितकालीन अनशन”

By om prakash pandey Jan 16, 2018

बिहार में ‘बहार’ बस मुठ्ठीभर चुनिंदा लोगों के लिए- अनिल कुमार

दिनारा,16 जनवरी. NH-30 का पुनर्निर्माण सहित पाँच सूत्री मांगो को लेकर रोहतास के दिनारा स्थित गोपालपुर चौक पर जनतांत्रिक पार्टी द्वारा आमरण-अनशन पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्‍व में मंगलवार से शुरू हो गया. आमरण अनशन पर बैठे राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अनिल कुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक शाहाबाद जिले की लाइफ लाइन NH-30 का निर्माण शुरू नहीं होगा, तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे. यह शाहाबाद का दुर्भाग्‍य है कि इस क्षेत्र से तीन केंद्रीय मंत्री और बिहार सरकार में चार मंत्री होने के बाद भी क्षेत्र का विकास नही हो रहा है और जनता की अनदेखी की जा रही है जो काफी शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा चुनाव के समय ‘बिहार में बहार है, नीतीश कुमार है’ का नारा खूब गूंजा. मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. न पहले बहार था और न अब बहार है. बहार बस मुठ्ठीभर चुनिंदा लोगों के लिए है. इसका जीता जागता उदाहरण शाहाबाद क्षेत्र की सड़कों की बदहाली है.

उन्‍होंने केंद्र और राज्‍य सरकार को निशाने पर लेते हुए दोनों सरकारों को जुमलेबाज और ढकोसलेबाज कहा. एक तरफ मोदी जी 30 किलोमीटर सड़क बनाने का दावा करते हैं तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार 6 घंटे में बिहार में एक छोर से दूसरे छोर तक जाने का दावा करते हैं. जबकि हकीकत ये है कि सिर्फ NH- 30 से मोहनियां में 6 घंटे लग जाते हैं. शाहाबाद के चार जिले भोजपुर, रोहतास,  भभुआ और बक्‍सर को जोड़ने वाली NH-30 पूरे शाहाबाद की आर्थिक रीढ़ है, जो इस समय काफी जर्जर हालत में है. उन्‍होंने बिहार में बढ़ते अपराध, भ्रष्‍टाचार  और महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों पर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भ्रष्‍ट प्रशासनिक व्‍यवस्‍था ने राज्‍य की हालत खराब हो रखी है. एक से एक घोटाले सामने आ रहे हैं, जो मौजूदा सरकार की पोल खोलती है.




ये है प्रमुख मांग:
NH-30 का पुनर्निर्माण, 
शाहाबाद मेंAIIMS की स्थापना, 
हर घर को रोजगार,
शाहाबाद को प्रमंडल का दर्जा और
फसल का उचित समर्थन मूल्य 

उन्‍होंने कहा कि अपने हक की लड़ाई के लिए आज आमरण अनशन जैसे कदम उठाने पड़े हैं. बताते चलें कि इसके पूर्व 21 -23 दिसंबर 2017 में आरा से मोहनिया तक पद-यात्रा कर सरकार का ध्‍यान आकृष्‍ट कराने की कोशिश की थी. उस समय यह एलान भी किया था कि अगर पंद्रह दिनों के अंदर NH- 30 के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो जनतांत्रिक पार्टी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेगी. बावजूद इसके सरकार की नींद नहीं खुली. पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार को समझना चाहिए कि शाहाबाद बाबू वीर कुंवर सिंह की जन्‍मभूमि है. यहां के लोग अपनी उपेक्षा बर्दाश्‍त नहीं करते. अगर आग्रह पर हमें अपना हक नहीं मिलेगा, तो हम अपना हक लड़कर लेंगे. अनशन के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष संजय कुमार मंडल, महासचिव अजय चौबे, चक्रवर्ती चौधरी,  सचिव मंटू पटेल, आशुतोष पांडेय, भोजपुर जिलाध्‍यक्ष लालबहादुर महतो,बक्‍सर जिलाध्‍यक्ष जयराम कुशवाहा,  कैमूर जिलाध्‍यक्ष काशीनाथ चौधरी, महिला प्रकोष्‍ठ की प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ स्मिता शर्मा, महासचिव अंजनी शर्मा, उपाध्‍यक्ष कुशावती देवी, राजा पटेल, राजू चौधरी और लल्‍लू पटेल समेत सैकड़ों नेतागण एवं कार्यकर्तागण व जनता उपस्थित रहे.

सासाराम से अमित कुमार की रिपोर्ट

 

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