कैसे होगी कदाचार मुक्त परीक्षा?

By Amit Verma May 11, 2017

VKSU का दावा ही हुआ पूरी तरह फेल
परीक्षा के दौरान न कोई जवान और ना ही मजिस्ट्रेट

बिहार में शिक्षा की जो धज्जियां उड़ी है उससे पूरा देश परिचित है लेकिन बावजूद इसके सुधार के लिए जमीनी काम कुछ नहीं हुआ है, जिसकी हकीकत पटना नाउ ने आज परीक्षा सेंटर पर देखी. कदाचार की गंगा बहाने वाले दावे तो परिक्षा के पहले बड़े-2 कर चुके हैं लेकिन सब दावे की हवा निकल गयी आज पहले दिन ही जब गेट पर मजिस्ट्रेट और एक जवान तक नहीं पहुँचे.




वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में आज पीजी सेमेस्टर 3 व सेमेस्टर 4 की परीक्षाएं का शुभारंभ हो रही है.पहली पाली में पीजी सेमेस्टर 3 तथा दूसरी पाली में सेमेस्टर 4 की परीक्षाएं आयोजित होने वाली है. 1 घंटे तक कॉलेज के कर्मचारियों और शिक्षकों को ही पुलिस और मजिस्ट्रेट का काम करना पड़ा.
हर बार की तरह इस बार भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा शुरू होने के पहले यह घोषणा की थी कि परीक्षाएं पूरी तरह से कदाचारमुक्त होंगी. इसके लिए युद्ध स्तर पर विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा जोरदार ढंग से तैयारियां की गई तथा सदर अनुमंडल पदाधिकारी व एसडीपीओ के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन ने कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए एक बैठक भी की थी. बैठक के पश्चात विश्वविद्यालय प्रशासन ने दावा किया था कि परीक्षार्थीयों को परीक्षा केंद्र में जाने के पहले सघन तलाशी ली जाएगी तथा गेट पर ही मोबाइल, गेस पेपर, चिटपुर्जे व अन्य सामान कुछ भी परीक्षार्थी परीक्षा हॉल में लेकर नहीं जा पाएंगे. एडमिट कार्ड के अलावा परीक्षा हॉल में परीक्षार्थी के किसी सामान पर विचार नहीं किया जायेगा.

लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा गधे के सर में सिंग की तरह निकला. महाराजा कॉलेज केंद्र पर परीक्षाएं शुरू होने के पहले गेट पर ना ही कोई सघन तलाशी ली गई और ना ही जिला प्रशासन की तरफ से कोई मजिस्ट्रेट नियुक्त हो सका. यहां तक की पुलिस फोर्स का एक भी जवान परीक्षा शुरू होने के पहले तक नजर नहीं आया. पटना नाउ ने परीक्षा केंद्र पर विजिट कर जो देखा वो तस्वीरों में आप खुद देख लीजिए. आपको बताते चलें की गेट पर ही परीक्षार्थी मोबाइल व गैस पेपर लेकर धड़ल्ले से परीक्षा हॉल के अंदर जा रहे हैं. इस स्थिति में विश्वविद्यालय प्रशासन कितना परीक्षा कदाचार मुक्त लेगी यह बताने की जरूरत नहीं है.

इस बात की सूचना जैसे ही कुलपति मो मुमताज्जुद्दीन को लगी वो प्रतिकुलपति के साथ महाराजा कॉलेज पहुँचे. कुलपति से जब पटना नाउ ने परीक्षा के दिन ऐसी लापरवाही का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि इस बार तो महीनो पहले सचिव स्तर तक कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए लिखित आवेदन दिया गया है पर बावजूद इसके आज जिलाधिकारी को फ़ोन कर रिमाइंड कराना पड़ा कि अभी तक कॉलेज में दंडाधिकारी और जवान नहीं आये हैं. तब जाकर लगभग 1 घण्टे बाद खुद SDPO, सेंटर पर दल बल के साथ पहुँचे. जब कुलपति से ये पूछा गया कि क्या ये प्रशासनिक उदासीनता है तो उन्होंने हँसते हुए कहा कि अब हम क्या कहें इसपर..?

जब कुलपति को बीच बचाव के लिए कूदना पड़ा
परीक्षा केंद्र पर इस दौरान एक मजेदार घटना घटी. परीक्षा केंद्र पर एक कमरे में प्रतिकुलपति जैसे ही घुसे तो एक परीक्षार्थी मोबाईल से परीक्षा में उतर लिख रहा था जिसका सहयोग एक वीक्षक करा रहे थे. प्रतिकुलपति ने जैसे ही इस पर ऐतराज जताया तो वीक्षक ने बच्चे को माफ़ करने के लिए इसे पहली गलती कह टाल दिया, लेकिन जब प्रतिकुलपति ने अपना कड़ा रुख दिखाया तो वीक्षक और प्रतिकुलपति के बीच ठन गयी. यह हंगामा देख कुलपति को बीच में कूदना पड़ा और मामले को शांत कर रफा-दफा किया. फिर कुछ देर बाद फ़ोर्स ही पहुच गयी. कुलपति ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर वे खुद मौजूद हैं और परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है.

आरा से ओपी पांडे

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