लॉकडाउन में वेतन को तरसे शिक्षक

ईद से पहले नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को लंबित वेतन एवं मूल्यांकन पारिश्रमिक भुगतान करने की मांग

आल इंडिया फेडरेशन ऑफ एजुकेशन एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव से हस्तक्षेप करने का किया आग्रह




आंवटन रहने के बावजूद लॉक डाउन के कारण हो रही है समस्या

लॉक डाउन के कारण शिक्षा विभाग से वेतन भुगतान हेतु विशेष आदेश जारी करने की मांग

पटना।। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ एजुकेशन एसोसिएशन (एआईएफईए) के राष्ट्रीय सचिव शैलेन्द्र कुमार शर्मा “शैलू” एवं राज्य पार्षद सह पूर्व सदस्य शैक्षिक परिषद जयनंदन यादव ने शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से विशेष निर्देश जारी कर ईद से पहले वेतन भुगतान कराने एवं इंटर और मैट्रिक परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों,शिक्षकेत्तर कर्मियों आदि को अविलंब पारिश्रमिक सहित अन्य भत्ते की राशि भुगतान कराने की मांग की है .

शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष के साथ साथ उनके परिजन भी हो रहे हैं संक्रमित

उन्होंने कहा है कि राज्य में वैश्विक महामारी कोरोना लागातार घातक एवं भयावह होता जा रहा है,जो किसी से छुपा नहीं है. बिहार में भी अब तक एक लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और कईयों ने अपनी जान गंवा दी है तो वहीं शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शिक्षकेत्तर कर्मी भी इससे अछूते नहीं हैं. वे एवं उनके परिजन भी लागतार संक्रमित हो रहें और उनमें से अबतक लगभग 250 अधिक ने अपनी जान गंवा दी है.

खुद और अपने परिजनों के भरण-पोषण,ईलाज कराना हो रहा मुश्किल

एआईएफईए के राष्ट्रीय सचिव शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि आज शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. इस विकट परिस्थिति में परिवार के भरण-पोषण के साथ साथ उनके अपने और परिजनों के ईलाज एवं अन्य कार्य हेतु गंभीर चुनौती बन गई है एवं कर्ज लेना पड़ रहा है.

लॉक डाउन में विशेष निर्देश देकर ईद से पूर्व वेतन का हो भुगतान

उन्होंने कहा कि सरकार ने पंचायती राज एवं नगर निकायों के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लंबित वेतन भुगतान हेतु आवंटन जारी कर दिया है मगर इसी बीच राज्य सरकार द्वारा लॉक डाउन की भी घोषणा कर दी गई है. जिसके अंतर्गत सभी सरकारी कार्यालयों को भी बंद करने का निर्देश दिया गया है। रमजान का मुबारक महीना चल रहा है और 13 मई को पवित्र ईद का पर्व भी है. लेकिन शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में सरकार द्वारा आवंटन देने के वाबजूद भी कार्यालय बंद रहने के कारण वेतन नहीं मिल सकेगा. साथ ही ईद पर्व भी फीकी पड़ जाएगी. इसलिए शिक्षा मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव से मांग है कि विशेष आदेश जारी कर ईद पर्व से पूर्व वेतन देने की व्यवस्था कराएं.

शिक्षकों के कारण ही रिकॉर्ड कायम करने में सफल रहा बोर्ड

राज्य पार्षद सह पूर्व सदस्य शैक्षिक परिषद जयनंदन यादव ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के आदेश पर सभी शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों ने कोरोना संक्रमण काल में ही पुरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. जिससे बिहार बोर्ड एक बार फिर देश भर में सबसे पहले रिकॉर्ड कायम करते हुए परीक्षा परिणाम घोषित किया.

मूल्यांकन के समय कानूनी कार्रवाई करने की बात कहने वाले पारिश्रमिक भुगतान पर क्यों है मौन?

उन्होंने कहा कि मूल्यांकन के समय बोर्ड द्वारा शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों पर विभिन्न नियमावली एवं अधिकारों का हवाला देकर कानूनी कार्रवाई की बात की जाती है मगर परीक्षा परिणाम प्रकाशित होने के एक माह बीत जाने के बाद भी मूल्यांकन कार्य में संलग्न सभी कर्मियों का पारिश्रमिक सहित अन्य भत्ते की राशि का भुगतान ना करना खेदजनक है.

विलंब शुल्क लेने वाले, पारिश्रमिक भुगतान में विलंब पर भी देंगे हर्जाना

उनका कहना है कि जब रजिस्ट्रेशन एवं परीक्षा फार्म भरने एवं शुल्क जमा करने में छात्र छात्राओं द्वारा एक दिन की भी विलंब की जाती है तो बोर्ड द्वारा फाईन (विलंब शुल्क)वसूला जाता है ,तो आज मूल्यांकन पारिश्रमिक भुगतान करने में देर होने पर भी हर्जाना दिया जाएगा?

आंवटन रहने एवं किये गये कार्य के वाबजूद भी वेतन एवं पारिश्रमिक को मोहताज

उन्होंने कहा कि राज्य के अल्प वेतनभोगी नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष कोरोना संक्रमण काल में आज कई समस्याओं के साथ साथ आर्थिक परेशानियों से गुजर रहे हैं. आवंटन रहने एवं अपने किए गए कार्यों के वाबजूद भी वेतन और पारिश्रमिक को मोहताज हैंं.

वेतन एवं पारिश्रमिक भुगतान हेतु शिक्षा मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव से हस्तक्षेप करने का मांग

उन्होंने मांग की है की अविलंब शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पुरे मामले पर संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप कर राज्य के नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को ईद के पूर्व वेतन भुगतान कराने के साथ साथ मैट्रिक और इंटर परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन पारिश्रमिक का भी शीघ्रता शीघ्र भुगतान करने का आदेश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को दें.

राजेश तिवारी

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