पार्टी से ऊपर परिवार प्रेम!
उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी फिर टूट के कगार पर

पटना।। ‘खुद राज्यसभा में हैं, पत्नी को विधायक बनाया और बेटे को बिना किसी सदन का सदस्य होते हुए भी मंत्री बना दिया. उपेंद्र कुशवाहा ने खुद आत्मघाती कदम उठाया है.’ यह कहना है उपेंद्र कुशवाहा के करीबी और अब नाराज चल रहे आरएलएम विधायक माधव आनंद का. माधव आनंद की बातों से स्पष्ट है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा में विधायकों की नाराजगी की वजह से टूट होना तय है.

इधर उपेंद्र कुशवाहा भी मीडिया के सवालों से बचते नजर आए क्योंकि उनके पास पार्टी में टूट की खबरों को लेकर पूछे गए मीडिया के सवालों का कोई जवाब ही नहीं था.

पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी के विधायकों को लिट्टी पार्टी में बुलाया था. लेकिन इस दौरान उनके तीनों विधायक इस पार्टी से दूर रहे और ऐन वक्त पर दिल्ली चले गए. हालांकि इससे पहले वह भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन से मिलने पहुंचे थे जिसे लेकर तरह-तरह के कयास भी लग रहे थे. बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में चार विधायक हैं. उनकी पत्नी स्नेहलता के अलावा रामेश्वर महतो, आलोक कुमार और माधव आनंद.

अब तो यह लगभग साफ हो चुका है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा टूट के कगार पर है. उपेंद्र कुशवाहा का परिवार प्रेम उनकी पार्टी पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. अब देखना है कि खरमास के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा के यह तीनों विधायक क्या कदम उठाते हैं.
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