दिल्ली पर भाजपा का कब्जा, 22 सीटों पर सिमटा आप, कांग्रेस साफ

पटना।। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीटों पर जीत हासिल कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की भारी बहुमत से जीत पर बधाई एवं शुभकामनायें दी है.

दिल्ली में भाजपा 26 साल के बाद सत्ता में आ रही है. विधानसभा चुनाव में भाजपा को 48 जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं. कांग्रेस का तो खाता भी नहीं खुला. कांग्रेस के 67 प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए. पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए. अरविंद केजरीवाल को नयी दिल्ली सीट पर 4099 वोट से हराने वाले प्रवेश वर्मा दिल्ली सीएम की रेस में सबसे आगे हैं. प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं. वे दो बार सांसद भी रहे चुके हैं.




दिल्ली की जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के ‘कैरेक्टर’ पर उंगली उठाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस परजीवी पार्टी है. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र ‘अपने साथी दल का वोटबैंक’ हड़पना है. पीएम ने कहा कि ये वोटबैंक कभी कांग्रेस का हुआ करता था, लेकिन क्षेत्रीय दलों के पास मूव हो गया. कांग्रेस नेता पहले बीजेपी के वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए पुजारी बनकर मंदिर-मंदिर फिरा करते थे. जब दाल नहीं गली तो उन्होंने पैटर्न बदल दिया. अब वो अपने साथी दलों के मुद्दों पर बोलते हैं. अपना वोटबैंक वापस पाने के लिए राज्यों की जो क्षेत्रीय पार्टी है, जो उसके मुद्दे हैं, उनपर कांग्रेस की नजरें हैं.

पीएम मोदी ने राजद और कांग्रेस के रिश्ते पर भी कटाक्ष किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जाति के जहर से कांग्रेस आरजेडी की जमीन खाने में लगी है. यही वो रास्ता है जिससे आरजेडी के वोटबैंक में सेंध लगाई जा सकती है.” उन्होंने साफ कहा कि ”जो भी कांग्रेस का हाथ थामता है उसका बंटाधार हो जाता है. देश को धूर्तता और मूर्खता की राजनीति नहीं चाहिए.

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