विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘मशाल’ बिहार में शुरू

5900 संकुल स्तर के स्कूलों में शुरु हुई प्रतियोगिता

पटना :- विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘मशाल’ बिहार में शुरु हो गई. इस बात की जानकारी देते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि ‘मशाल’ का आयोजन बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, खेल विभाग, शिक्षा विभाग, SCERT, और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है. इसमें
करीब 38 हजार सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लगभग 50 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं.




14 वर्ष से कम और और 16 वर्ष से कम आयुवर्ग श्रेणी में बालक और बालिका दोनों के लिए है यह खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. पांच स्तर पर यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें विद्यालय स्तर, संकुल स्तर, प्रखंड स्तर और जिला स्तर पर प्रतियोगिता में चुने गए खिलाड़ी राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए चुने जाएंगे.

एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबॉल और वालीबॉल खेल विधा में होगी प्रतियोगिता. एथलेटिक्स के अंतर्गत दौड़ ,लंबी कूद और क्रिकेट बॉल थ्रो शामिल है.
विभिन्न स्तर के विजेता खिलाड़ियों को मेडल और ई सर्टिफिकेट के अलावा कुल 10 करोड़ के नकद पुरस्कार भी दिए जाएंगे.

आगे उन्होंने बताया कि 22 से 24 मई तक संकुल स्तर के स्कूल में यह प्रतियोगिता हो रही है. इसके बाद प्रखंड स्तर फिर जिला स्तर और अंत में राज्य स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. अभी लगभग 5900 संकुल स्तर के विद्यालयों में प्रतियोगिता हो रही है. प्रत्येक स्कूल से 77 छात्र छात्राएं इसमें हिस्सा ले रहे हैं.

मुजफ्फरपुर के सरैया स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय चक इब्राहिम में प्रधानाचार्य लखिन्द्र कुमार की उपस्थिति में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य प्रेमचन्द्र सिंह, रमेश साह और चक इब्राहिम पंचायत के सरपंच धर्मनाथ साह ने संयुक्त रूप से किया. उन्होंने बच्चों को खेल का महत्व समझाया और इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की सलाह दी. इसके बाद चक इब्राहिम संकुल के पांच स्कूलों के लगभग 75 बच्चों ने विभिन्न खेलों में भागेदारी की.

चक इब्राहिम संकुल के शिक्षकों ने बच्चों को अनुशासन के साथ खेल में भाग लेने की प्रेरणा दी. प्रधानाचार्य लखिन्द्र कुमार और प्रधानाचार्य अमरेन्द्र कुमार के निर्देशन में शिक्षक रामायण प्रसाद, अरुण कुमार सिंह, सुनील कुमार, रामनाथ राम, सोनू कुमार, ऋतुराज, आनंद, सत्यम श्याम, गणेश कुमार और मृत्युंजय कुमार ने मशाल के आयोजन में अहम भूमिका निभाई.

आपको बता दें कि पूरे बिहार के 38228 विद्यालयों से लगभग 16 लाख विद्यार्थी के नामांकन हो चुका है, जिसमें से लगभग 12 लाख का बैटरी टेस्ट कराया जा चुका है और बाकि का अभी होना है.

इस प्रतियोगिता के बाद प्रत्येक संकुल से चयनित 77 खिलाड़ी अगले स्तर की प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जो कि बिहार की 533 प्रखंडों में आयोजित की जाएगी.

मशाल प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य राज्य में खेल संस्कृति के विकास के साथ साथ कम उम्र में ही खेल प्रतिभा का चयन कर उच्चस्तरीय प्रशिक्षण के द्वारा उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रुप में तैयार करना है.

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