29 दिसंबर एक विशेष दिन है

जय श्री महाकाल

पौष और श्रावण माह की शुक्‍ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है। इस एकादशी का नि:संतान लोगों और पुत्र की कामना रखने वाले लागों के लिए अत्‍यंत महत्‍व है। कहते हैं कि जो व्‍यक्‍ति इस दिन सच्‍चे मन से व्रत रखता है उसे पुत्र की प्राप्‍ति होती है। इस बार यह व्रत 29 दिसंबर को पड़ रहा है।




अगर पुत्रदा एकादशी के दिन कोई व्‍यक्‍ति व्रत रखता है तो उसे भगवान विष्‍णु की कृपा प्राप्‍त होती है और उसकी हर इच्‍छा पूरी होती है। साथ ही इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से भी हर मनोकामना की पूर्ति हो सकती है। अगर आप अपनी किसी इच्‍छा की पूर्ति चाहते हैं तो पुत्रदा एकादशी के दिन ये उपाय जरूर करें।

पुत्रदा एकादशी पर धन प्राप्‍ति की कामना

अगर आपको धन से संबंधित कोई समस्‍या है या आप पैसों की तंगी से परेशान हैं तो पुत्रदा एकादशी आपके लिए अच्‍छा दिन है अपनी इस समस्‍या से छुटकारा पाने के लिए। इस दिन भगवान विष्‍णु को साबुत पान चढ़ाएं। बाद में इस पर कुमकुम से श्रीं लिखकर इसे अपनी तिजोरी में रख लें। इससे धन प्राप्‍ति के योग बनते हैं।

प्रमोशन की इच्‍छा

नौकरी में प्रमोशन या पदोन्‍नति की कामना रखने वाले जातक एकादशी पर कन्‍याओं को अपने घर बुलाकर खीर खिलाएं। आपको ये उपाय लगातार 5 एकादशी तक करना है। इस उपाय से प्रमोशन के योग बन सकते हैं।

पुत्रदा एकादशी पर इच्‍छाओं की पूर्ति

एकादशी से शुरु कर 27 दिन तक लगातार किसी कृष्‍ण मंदिर में नारियल और बादाम अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपकी सभी इच्‍छाओं की पूर्ति संभव है।

परेशानी से छुटकारा

पुत्रदा एकादशी की सुबह को राधा-कृष्‍ण के मंदिर जाकर दर्शन करें और आशीर्वाद लें। उन्‍हें पहले फूलों की माला अर्पित करें। ये चमत्‍कारिक उपाय आपके जीवन की हर परेशानी और बाधा को दूर करेगा।

सुख-समृद्धि की कामना

अगर आप सुख-समृद्धि की कामना रखते हैं तो पुत्रदा एकादशी के दिन पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका या बिंदी लगाएं। ऐसा रोज़ करने से आपके घर परिवार में सुख और समृद्धि दोनों का ही आगमन होगा।

पुत्रदा एकादशी पर धन लाभ के योग

एकादशी पर दक्षिणावर्ती शंख में कच्‍चा दूध और केसर डालकर भगवान कृष्‍ण का अभिषेक करें। इस उपाय से धन लाभ के योग बन सकते हैं।

समस्‍याओं का समाधान

अगर आप किसी तरह की समस्‍या में फंसे हुए हैं या आए दिन आपके जीवन में कोई ना कोई परेशानी आती रहती है तो आपको एकादशी की शाम को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। इसके पास शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इससे आपकी समस्‍याओं का निदान संभव है।

पारिवारिक सुख-शांति

एकादशी के दिन किसी विष्‍णु मंदिर में अनाज अर्पित करें और फिर इसे गरीबों को दान कर दें। इससे परिवार में सुख-शांति आएगी और परिवार में झगड़े नहीं होंगें एवं परिवार के सदस्‍यों के बीच आपसी प्रेम बढ़ेगा।

इसके अलावा जैसा कि हमने पहले भी बताया कि इस एकादशी का व्रत रखने से पुत्र रत्‍न की प्राप्‍ति होती है। अगर कोई विवाहित स्‍त्री संतान के रूप में पुत्र की कामना रखती है तो वह इस दिन व्रत रख सकती है। निश्‍चित ही भगवान विष्‍णु की कृपा से उसे पुत्र की प्राप्‍ति होगी।

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पंडित अजय दूबे

8839926316.

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