पटना शहर की बढ़ती आबादी के अनुरूप सड़कों पर सभी प्रकार के पेट्रॉल /डीजल चालित वाहनों की बढ़ती संख्या, निर्माण कार्यो में प्रयुक्त निर्माण संयंत्रों, विभिन्न वाणिज्यक एवं औद्योगिक गतिविधियाँ, अन्य यांत्रिक उपकरणों के परिचालन, विभिन्न अवसरों पर लाउडस्पीकर, लोक संबोधन प्रणाली, डी.जे. इत्यादि के अनियंत्रित उपयोग से उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण आज चिंता का विषय है.

उपर्युक्त गतिविधियों के कारण चिड़चिड़ापन, बहरापन, उच्च रक्त-चाप, हृदय एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ संभावित हैं.
इसी परिपेक्ष्य में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद् जन-सामान्य से यह अपील करती है कि कम से कम रविवार के दिन वाहन चालक अपने वाहन के हॉर्न का उपयोग नहीं करें (आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर).

बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मीडिया कंसल्टेंट वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सबों के सहयोग से ध्वनि प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण लाया जा सकता है. तो आइये अगले रविवार से ही अपना सहयोग करें.
pncb
