वर्ष 2025 से 30 तक के लिए सात निश्चय को राज्य कैबिनेट ने दी मंजूरी

पटना।। बिहार में नयी सरकार के गठन के बाद से ही चुनावी वादों को पूरा करने की कवायद तेज हो रही है. विशेष तौर पर नौकरी और रोजगार सृजन को लेकर सरकार काफी गंभीर नजर आ रही है. नीतीश सरकार के लिए सात निश्चय 1 और सात निश्चय 2 तुरुप का पत्ता साबित हो चुके हैं. सरकार ने अब सात निश्चय 3 का गठन किया है.
सात निश्चय-3
1. दोगुना रोजगार- दोगुनी आय
2. समृद्ध उद्योग- सशक्त बिहार
3. कृषि में प्रगति- प्रदेश की समृद्धि
4. उन्नत शिक्षा- उज्ज्वल भविष्य
5. सुलभ स्वास्थ्य- सुरक्षित जीवन
6. मजबूत आधार- आधुनिक विस्तार
7. सबका सम्मान- जीवन आसान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से पोस्ट करते हुए लिखा है कि मुझे पूरा भरोसा है कि सात निश्चय-3 के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन से विकसित बिहार के संकल्प को पूरा करने में मदद मिलेगी. बिहार सर्वाधिक विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा.
पहला निश्चय ‘दोगुना रोजगार-
सीएम ने कहा कि दोगुनी आय’ का उद्देश्य राज्य की प्रति व्यक्ति औसत आय को दोगुना करना है. इसके लिए कई कार्यक्रमों एवं योजनाओं को लागू किया गया है. महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये दे रहे हैं. लाभुकों को अपना रोजगार आगे बढ़ाने के लिए 2 लाख तक की सहायता दी जाएगी. जाति आधारित गणना में
चिह्नित 94 लाख गरीब परिवारों को रोजगार योजनाओं से जोड़ा जाएगा तथा वित्तीय सहायता भी मिलेगी.
दूसरा निश्चय ‘समृद्ध उद्योग- सशक्त बिहार‘ के तहत राज्य में तेजी के उद्योगों के विकास के लिए मुख्य समितियों सचिव की अध्यक्षता में तीन का गठन किया जा चुका है.
तीसरा निश्चय कृषि में प्रगति
किसानों की आय बढ़ाने के लिए वर्ष 2024 से 2029 के लिए तय चौथे कृषि रोड मैप के काम में तेजी लाई जाएगी. मखाना रोडमैप बनाकर उत्पादन एवं प्रसंस्करण को बढ़ावा दिया जाएगा.
चौथा निश्चय ‘उन्नत शिक्षा उज्ज्वल भविष्य’ के तहत राज्य में अलग उच्च शिक्षा विभाग का गठन कर दिया गया है. राज्य के पुराने प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. राज्य में नई एजुकेशन सिटी का निर्माण होगा.
पांचवां निश्चय ‘सुलभ स्वास्थ्य सुरक्षित जीवन’ में प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को विशिष्ट तथा जिला अस्पतालों को अति विशिष्ट चिकित्सा केंद्र बनाएंगे.
छठा निश्चय ‘मजबूत आधार-
आधुनिक विस्तार’: राज्य में शहरी क्षेत्रों का विस्तार एवं सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण होगा. शहरी गरीबों के लिए सस्ते आवास की व्यवस्था होगी.
सातवां निश्चय ‘सबका सम्मान-जीवन आसान’ आधुनिक तकनीक, नवाचार एवं संवेदनशील सुशासन से नागरिकों के जीवन को आसान बनाया जाएगा.

सात निश्चय-1 2015-2020; सात निश्चय-2 2020-2025
दोनों निश्चयों से क्या है अलग
सात निश्चय एक और दो में मुख्य रूप से बुनियादी सुविधाएं बहाल की गई. इसमें हर घर बिजली, शौचालय, नल से जल, गांवों में संपर्कता, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुविधाओं को बढ़ाना आदि प्रमुख रहा. इसके अलावा महिलाओं के सशक्तीरण के लिए कई अहम फैसले लिये गये. सात निश्चय तीन में राज्य को विकसित बनाने के संकल्प है। इसके अनुसार ही सारे निर्णय हुए हैं.

क्या बोले जदयू नेता
सात निश्चय 3 पर जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि सात निश्चय पहले और दूसरे चरण ने राज्य को एक मुकम्मल ऊंचाई प्रदान करने का काम किया है. 2025 से 2030 के कार्यकाल में बिहार को देश के 10 बेहद सफल राज्यों की पंक्ति में शामिल होना है. ये बिहार के मुख्यमंत्री का दृष्टि पत्र है. 1 करोड़ नौकरियां और रोजगार एक बड़ा लक्ष्य है. बिहार में आधारभूत संरचना, औद्योगीकरण, निवेश और हर क्षेत्र में विकास के कार्यों की निरंतरता को बरकरार रखने के लिए ये एक अहम निर्णय है. राज्य को इसका बड़ा लाभ मिलेगा.
सरकार के बड़े फैसले
एक करोड़ युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार
राज्य की प्रति व्यक्ति औसत आय को दोगुनी होगी
बिहार को पूर्वी भारत का नया प्रौद्योगिकी केंद्र बनाना
25 नई चीनी मिले खुलेंगी
प्रत्येक पंचायत में ‘सुधा’ बिक्री केंद्र
नई एजुकेशन सिटी का निर्माण
ग्रामीण सड़कों का चरणबद्ध तरीके से 2 लेन चौड़ीकरण
प्रत्येक प्रखंड में आदर्श विद्यालय
प्रत्येक प्रखंड में डिग्री कॉलेज
नये नियोजित शहरों का विकास
प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विशिष्ट चिकित्सा केंद्र बनेंगे
जिला अस्पतालों को अति विशिष्ट चिकित्सा केंद्र बनाया जाएगा
शहरी गरीबों के लिए सस्ते आवास की व्यवस्था की जाएगी
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