छात्र जदयू के तीखे तेवर, विवि को दी आंदोलन की चेतावनी

By om prakash pandey Apr 27, 2018

मामला: VKSU के PG में गलत ढंग से नामांकन का

आरा, 27 अप्रैल. VKSU,आरा में भ्रष्ट अफसरों द्वारा नियम-कानून की धड़ल्ले से उड़ायी जा रही धज्जियों के सामने विवि प्रशासन ने घुटने टेक दिया है. जिसका परिणाम PG के 2017-19 के नामांकन में बड़े पैमाने पर धांधली  है. छात्र जदयू के विवि अध्यक्ष अविनाश राव ने विवि पर PG नामांकन में बड़े पैमाने पर धांधली आरोप लगाया है. साथ ही प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि
विवि ने आरक्षण रोस्टर नियम का पालन नही किया है.
नामांकन की तिथि खत्म हो जाने के बाद भी विवि प्रशासन के आदेश की अनदेखी कर, कुछ विभागों में छात्रों से गलत ढंग से पैसा लेकर नामांकन किया गया है.
इस संदर्भ में जाँच के लिए अविनाश ने 28 मार्च को लिखित आवेदन भी दिया था, जिसकी खबर भी विभिन्न अखबारों ने भी प्रमुखता से प्रकाशित की थी. लेकिन जांच की मांग करने के बाद भी अभी तक जांच किमिटी का  नही बनना विवि की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है.
बिना जाँच किये रजिस्ट्रेशन का डेट निकाल देना उचित नही हैं.




अविनाश राव ने बताया कि नामांकन की अंतिम तिथि 25 जनवरी तक थी लेकिन कई विभागों ने 30 जनवरी तक नामांकन लिया है. प्रमाण के तौर पर अविनाश ने कमेस्ट्री विभाग का नामांकन रसीद भी दिया था. जदयू ने कुलपति से जल्द से जल्द जांच कमिटि बनाकर गलत ढंग से हुए नामांकन को रद्द करने के साथ इसमे संलिप्त कर्मचारियों और पदाधिकारियों पर उचित कार्यवायी करने की मांग की है.  साथ ही चेतावनी देते हए कहा कि अगर जल्द ही इसपर विवि निर्णय नही लेता है तो धरना प्रदर्शन को संगठन मजबूर हो जाएगा.

प्रोविजनल के नाम पर ली गयी राशि लौटाए विवि

‌VKSU आरा के कई महाविद्यालयों में PG में प्रोविजनल सर्टिफिकेट देने के नाम पर प्रत्येक छात्रों से 4th सेमस्टर में परीक्षा फॉर्म भरने के समय ही 100 रुपया लिया जा रहा है. लेकिन किसी भी छात्र को पिछले कई सत्रों से प्रोविजनल सर्टिफिकेट नही दिया गया है. छात्र जदयू के विवि अध्यक्ष अविनाश राव ने परीक्षा नियंत्रक,छात्र कल्याण अध्यक्ष,कुलसचिव एवम कुलपति को आवेदन देकर छात्रों के आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है. उन्होंने  मांग की है की पिछले कई वर्षों से जो पैसा प्रोविजनल सर्टिफिकेट के नाम पर छात्रों से लिया गया है उसको लौटाया जाए या फिर ओरिजनल सर्टिफिकेट निकालने में लगने वाली राशि मे इसे मर्ज कर दिया जाए. अब देखना यह होगा कि छात्र जदयू के इस चेतावनी का असर विवि पर पड़ता भी है ये फिर पूर्व की भांति कान में तेल डालने की अपनी पुरानी पद्धति पर ही विवि कायम रहता है.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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